ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए सेलेक्टर्स ने कल एक बड़ा फैसला लिया और खराब फॉर्म से जूझ रहे वीरेन्दर सहवाग की टीम से छुट्टी कर दी। वीरू को आखिरी दो टेस्ट के लिए टीम में नहीं चुना गया हैं, लेकिन उनकी जगह कोई रिपलेस्मेंट नहीं रखा गया। माना जा रहा है कि वीरेंन्दर को टीम से बाहर का रास्ता दिखाने में महेंद्र सिंह धोनी का हाथ है।सूत्…
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए सेलेक्टर्स ने कल एक बड़ा फैसला लिया और खराब फॉर्म से जूझ रहे वीरेन्दर सहवाग की टीम से छुट्टी कर दी। वीरू को आखिरी दो टेस्ट के लिए टीम में नहीं चुना गया हैं, लेकिन उनकी जगह कोई रिपलेस्मेंट नहीं रखा गया। माना जा रहा है कि वीरेंन्दर को टीम से बाहर का रास्ता दिखाने में महेंद्र सिंह धोनी का हाथ है।सूत्रों की मानें तो लगतार फ्लॉप होते वीरेन्दर सहवाग पर सेलेक्टर्स और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने मिलकर चलाया है चाबुक। गुरुवार को सेलेक्टर्स ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट के लिए टीम का ऐलान किया और इसमे सबसे बड़ा और इकलौता फैसला रहा वीरू को ड्रॉप करने का। सहवाग को आखिरी दो टेस्ट के लिए सहवाग को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। खास बात ये है कि वीरू को ड्रॉप करके 15 की बजाय 14 सदस्यीय टीम चुनी गई है और टीम में और कोई बदलाव नहीं हैं।दरअसल, सहवाग की हालिया फॉर्म बेहद खराब रही है। मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में वीरू ने 3 पारियों में महज़ 27 रन बनाए हैं, जबकि पिछले साल अहमदाबाद में टेस्ट शतक जड़ने के बाद से वीरू के बल्ले से 9 पारियों में 20 से कम की औसत 200 से भी कम रन बनाए हैं। वीरू की यह खराब फॉर्म धोनी का बर्दाश्त नहीं हुई।वहीं सहवाग की धोनी से काफी समय से अनबन चल रही है। धोनी ने पहले तो उसे अनदेखा किया या कहें करना पड़ा, क्योंकि सहवाग फॉर्म में थे। लेकिन जैसे ही सहवाग फॉर्म से आउट हुए धोनी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा। इसके साथ ही धोनी ने बता दिया कि वह टीम के कैप्टन हैं और उनसे पंगा लिया तो यही होगा।वीरू का खेल खत्म!टेस्ट टीम से छुट्टी के बाद अब वीरू का इंटरनेशनल क्रिकेट पूरी तरह से खत्म होता दिखाई दे रहा है। पिछले साल पाकिस्तान के खिलाफ वनडे में फेल होने के बाद वीरू की वनडे से पहले ही छुट्टी हो गई थी और अब टेस्ट से पत्ता कट गया है। ऐसे में फिटनेस में ढीले माने जाने वाले 34 साल के सहवाग का करियर खत्म नज़र आता है।सबसे सफ़ल ओपनर्स आउटवीरू और गौती की जोड़ी टेस्ट में टीम इंडिया की सबसे सफ़ल सलामी जोड़ी रही है। टेस्ट में इस जोड़ी के नाम ओपनिंग में न सिर्फ सबसे ज्यादा रन है, बल्कि सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारियां भी इन दोनों ने ही की है। लेकिन गंभीर के बाद वीरू के टीम से बाहर होने के बाद लगभग 5 सालों बाद पहली बार दोनों टेस्ट टीम से प्रदर्शन की वजह से बाहर हैं। जाहिर है दोनों ओपनर्स की खराब फॉर्म ने सेलेक्टर्स को भविष्य के लिए ओपनर्स देखने पर मजबूर कर दिया है और ओपनर मुरली विजय की कामयाबी देखते हुए संदीप पाटिल एंड कंपनी के लिए सहवाग को बाहर करने का फैसला थोड़ा और आसान हो गया।हालांकि पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि वीरेंद्र सहवाग को एक और मौका दिया जाना चाहिए। गावस्कर के मुताबिक, ‘मोहाली के बैटिंग फ्रेंडली पिच पर वीरू को टीम में होना चाहिए। मोहाली में गेंद बल्ले पर काफी सही ढंग से आती है और सहवाग को इस तरह की पिचें खूब भाती है, लिहाजा सहवाग को एक और मौका जरुर मिलना चाहिए था।