इस मन्दिर में बलि देने के बाद भी नहीं होती है बकरे की मौत

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अब नवरात्रों का पावन पर्व चल रहा है। आप तो जानते ही है कि माँ की महिमा अपार है। आज हम माँ के एक ऐसे अनोखे मंदिर के बारे मे जहां बकरो की बलि तो दी जाती है लेकिन उनकी मौत नहीं होती है। बिहार के कैमूर जिले मे मां मुंडेश्वरी देवी का मंदिर है। यहाँ जिन बकरों की बलि दी जाती है उनकी मौत नहीं होती है।

बलि देने पर भी नहीं होती है बकरों की मौत:
भारत के प्राचीन मंदिरों मे शुमार यह मंदिर कैमूर पर्वतश्रेणी की पवरा पहाड़ी पर 608 फीट ऊंचाई पर स्थित है। कहा जाता है की यह मंदिर मां का सबसे पुराना मंदिर है। इस मंदिर का खुलासा पालतू जानवरों को चराने गए कुछ गड़रियों ने किया था।

इस प्रकार दी जाती है बलि:
यहाँ देवी सामने बकरों की बलि नहीं दी जाती, बल्कि उन्हें देवी के सामने खड़ा कर दिया जाता है। जिसके बाद पुरोहित उनपर मंत्र उच्चारण के साथ चावल छिड़कते है। इस प्रक्रिया के बाद बकरा बेहोश हो जाता है और उसके होश मे आने के बाद उसे बहार छोड़ दिया जाता है।