भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि केन्द्र में एनडीए की सरकार बनी तो खुदरा में एफडीआई के फैसले को वापस लेगी.
भाजपा अध्यक्ष ने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचने पर संवाददाताओं से कहा कि केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के रहते देश में आर्थिक मोर्चे पर गंभीर संकट खड़ा हो गया है.
दूसरी तरफ कूटनीतिक कुशलता की कमी से देश बाहरी और आंतरिक सुरक्षा के संकट से गुजर रहा है.
आर्थिक मोर्चे पर सरकार विफल
राजनाथ ने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर विफलता के कारण देश में महंगाई लगातार बढ़ रही है.
‘जब भी थोक मूल्य सूचकांक कम होता है, सरकार कहती है महंगाई घट गई, लेकिन आमजन के लिये महंगाई का सीधा सरोकार थोक मूल्य नहीं बल्कि खुदरा मूल्य पर आधारित उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से होता है जो कि इस समय 11 प्रतिशत पर है. सरकार का राजकोषीय घाटा भी लगातार बढ़ रहा है.’
उन्होंने कहा कि केन्द्र में राजग की सरकार के सत्ता में आने पर खुदरा व्यापार में एफडीआई पर मौजूदा सरकार के फैसले को वापस लिया जायेगा.
व्यापारी लगातार कर रहे विरोध
उल्लेखनीय है कि मनमोहन सरकार ने बहुब्रांड खुदरा व्यापार में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी है. व्यापारी इसका लगातार विरोध कर रहे हैं.
भाजपा अध्यक्ष ने भ्रष्टाचार को लेकर केन्द्र की संप्रग सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि इसने स्वतंत्र भारत के इतिहास में भ्रष्टाचार का रिकार्ड बनाया है.
उन्होंने एंग्लो-इटैलियन कंपनी अगस्तावेस्टलैंड के साथ हेलीकाप्टर सौदे में कथित घोटाले का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि रक्षा सौदों में घोटाला देश की सुरक्षा के लिये खतरनाक है.
उन्होंने इस मामले में दोषियों के खिलाफ तेजी से कारवाई की मांग की.
उन्होंने चीन के बढ़ते रक्षा बजट और चीन की पाकिस्तान से बढ़ती नजदीकियों पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और श्रीलंका के सहारे चीन की भारत के चारों तरफ घेराबंदी बढ़ती जा रही है.
उन्होंने कहा कि कूटनीतिक कमजोरी और दृढ़ इच्छाशक्ति नहीं होने की वजह से केन्द्र सरकार इस दिशा में कोई पहल नहीं कर पा रही.