इमालवा – आज आपके पास ज्ञान है, लेकिन अच्छी यूनिवर्सिटी की डिग्री नहीं तो फिर नौकरी मिलना नामुमकिन है। इस चक्कर में लाखों होनहार युवा हुनर होते हुए भी पिछड़ जाते हैं, लेकिन अब उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है।
अब ऐसे छात्रों के व्यक्तित्व को निखारने के साथ-साथ उन्हें रोजगार शुरू करने के लिए इग्नू अच्छी ट्रेनिंग का मंच भी उपलब्ध कराएगा, जिसमें दाखिले के लिए नियम व शर्ते नहीं होंगी।
किसी मजबूरी या पढ़ाई में रुझान ने होने चलते हजारों छात्र हाई स्कूल के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं, लेकिन कुछ समय बाद रोजगार न मिलने से परेशान होते हैं।
ऐसे ही लाखों युवाओं की परेशानी दूर करने के लिए मानव विकास संशाधन मंत्रालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें उन्हें व्यक्तित्व निखारने को स्किल डेवलेपमेंट और रोजगार के लिए वोकेशनल एजुकेशनल कोर्स करवाया जाएगा।
कोर्स की खासियत होगी कि हाई स्कूल पास छात्रों के अलावा जिनके पास अग्रेंजी, हिन्दी व कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान होगा, लेकिन बेसिक शिक्षा नहीं, वे भी अब इन कोर्सेंस में बिना किसी शर्तों के सीधे दाखिला ले सकेंगे।
इसी मकसद को पूरा करने के लिए इग्नू में स्कूल ऑफ सोशल वर्क विभाग ने मदर टेरेसा चेयर की स्थापना भी की है, जिसका शुभारंभ एमएचआरडी के पार्लिमेंट्री स्टेडिंग कमेटी के चेयरमैन ऑस्कर फर्नाडिस ने किया। उन्होंने बताया कि मदर टेरेसा जिस प्रकार से समाज की सेवा करती थी, उन्हीं विषयों को यहां विषय के रूप में पढ़ाया जाएगा।
‘मात्र हाईस्कूल पास छात्रों को स्किल डेवलेपमेंट के साथ वोकेशनल एजुकेशनल में सर्टिफिकेट कोर्स करवाए जाएंगे, ताकि वे कोर्स पूरा करने के बाद नौकरी या स्वरोजगार के लिए सक्षम हो सकें। मानव विकास संशाधन मंत्रालय देशभर में एजुकेशनल सेंटर खोलेगा, जिसमें इग्नू कोर्स करवाने में सहायता करेगा।’
– प्रो. ग्रेसियस थॉमस, निदेशक, स्कूल ऑफ सोशल वर्क, इग्नू