टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर पर दो जीत क्या मिली बीसीसीआई में पुरानी सभी हार को भुला दिया है, तभी तो बोर्ड ने अब तक सवालों में घिरे टीम इंडिया के कोच डंकन फ्लैचर का कार्यकाल एक साल के लिए और बढ़ा दिया है लेकिन सवाल उठ रहा है कि यह किस बात का इनाम है।घर पर मिली दो जीत ने भूला दिया है 6 महीने के अंदर मिले दो-दो क्लीन स्वीप का गम। 27 साल बाद…
टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर पर दो जीत क्या मिली बीसीसीआई में पुरानी सभी हार को भुला दिया है, तभी तो बोर्ड ने अब तक सवालों में घिरे टीम इंडिया के कोच डंकन फ्लैचर का कार्यकाल एक साल के लिए और बढ़ा दिया है लेकिन सवाल उठ रहा है कि यह किस बात का इनाम है।घर पर मिली दो जीत ने भूला दिया है 6 महीने के अंदर मिले दो-दो क्लीन स्वीप का गम। 27 साल बाद इंग्लैंड के हाथों महज तीन महीने पहले मिली इस हार की टीस भी पड़ गई है शायद ठंडी।इसीलिए तो अब तक हर मोर्चे पर फेल लाख सवालों में घिरे टीम इंडिया के कोच डंकन फ्लैचर को थमा दिया है एक साल का और करार। अब साल 2014 अप्रैल तक बने रहेंगे डंकन टीम इंडिया के कोच।हालांकि यह समझ से परे है कि बोर्ड किस बात को लेकर डंकन पर मेहरबान है। अगर आपको भी डंकन की काबलियत पर कोई शको-शुभा है तो इस रिकॉर्ड पर नजर डाल लीजिए जिसकी बदौलत बोर्ड ने फिर जताया है लगभग 65 साल के बूढ़े डंकन पर भरोसा। कोच डंकन फ्लेचर के कार्यकाल में टीम इंडिया ने 23 टेस्ट मैच खेले जिसमें 8 में जीत,10 में हार और 4 मैच में ड्रा नसीब हुआ। इसी के साथ जीत का प्रतिशत रहा 31 फीसदी, वहीं वनडे में 39 मैचों में 22 मे जीत और 14 में हार 2 टाई और 1 बेनतीजा रहा। सफलता का प्रतिशत रहा लगभग 38 फीसदी।