भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज रविंद्र जडेजा के लिए तो संजीवनी साबित हो रही है। मोहाली के मैदान पर भी जमकर चमके जडेजा। जड़ेजा ने न सिर्फ पारी के सबसे ज्यादा 3 विकेट अपने नाम किए बल्कि कंगारू कप्तान माइकल क्लार्क को उन्होंने किया सीरीज में चौथी बार चलता।जड़ेजा की फिरकी के च्रकव्यूह के सामने सीरीज़ में अभी तक टीम इंडिया के लिए बल्ले से सबसे बड़ी मुसीबत साबि…
भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज रविंद्र जडेजा के लिए तो संजीवनी साबित हो रही है। मोहाली के मैदान पर भी जमकर चमके जडेजा। जड़ेजा ने न सिर्फ पारी के सबसे ज्यादा 3 विकेट अपने नाम किए बल्कि कंगारू कप्तान माइकल क्लार्क को उन्होंने किया सीरीज में चौथी बार चलता।जड़ेजा की फिरकी के च्रकव्यूह के सामने सीरीज़ में अभी तक टीम इंडिया के लिए बल्ले से सबसे बड़ी मुसीबत साबित हो रहे कंगारु कैप्टन का खेल हो गया खत्म। सीरीज़ में अभी तक 268 रन ठोक चुके माइकल क्लार्क के पास जड़ेजा की गेंद का कोई जवाब नहीं दिखा और उन्हें पार्ट टाइमर समझ कर उन पर वार करने की कोशिश में क्लार्क बिना खाता खोले लौट गए पवेलियन। दरअसल इस सीरीज़ में चार बार जडेजा सूनामी बनकर क्लार्क पर टूटे। इससे पहले चेन्नई की पहली पारी, फिर हैदराबाद की पहली पारी और दूसरी पारी में भी जडेजा ने क्लार्क के मजबूत किले में सेंध लगाई थी।मोहाली की पहली पारी में जडेजा सीरीज़ में लीडिंग विकेट टेकिंग गेंदबाज़ अश्विन से ज्यादा खतरनाक नजर आए। सिर्फ दो गेंद में मैच को पलट दिया। जडेजा ने सिर्फ कंगारु कप्तान को ही नहीं भेजा पवेलियन बल्कि वॉर्नर और कॉवन की खतरनाक शतकीय साझेदारी को तोड़ टीम इंडिया को पहला अहम ब्रैकथ्रू भी दिलाया। जडेजा ने इसके बाद क्लार्क के रुप में दूसरा और फिर सिडल के रुप में मैच का तीसरा शिकार करके न केवल पारी में 3 विकेट के साथ अब तक के सबेस कामयाब गेंदबाज बन गए बल्कि सीरीज में भी अपना विकेटों का कॉलम 14 तक पहुंचा दिया।कुल मिलाकर साफ है कल तक जिस खिलाड़ी के प्लेइंग में शामिल होने पर सवाल उठाए जा रहे थे। जडेजा का कप्तान धोनी के साथ देने पर भी जिन्हें एतराज था आज वही जडेजा धोनी के भरोसे के बीच नए तेवर और कलेवर के साथ मैदान पर छा गए है। चेन्नई से लेकर मोहाली तक जडेजा अपना जादू जगा ये साबित कर दिया है कि अब यह खोटा सिक्का बिल्कुल बदल गया है और तब्दील हो गया है खरे सोने में।