भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कोच डंकन फ्लैचर का अच्छा रिकार्ड नहीं होने के बावजूद भारतीय कोच के रूप में अनुबंध एक साल बढ़ा दिया गया है। जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान 64 वर्षीय फ्लैचर के अनुबंध का नवीनीकरण का फैसला बीसीसीआई की कार्यकारिणी में किया गया। फ्लैचर का अनुबंध इस महीने के आखिर में समाप्त हो रहा था।बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने बैठक के बाद…
भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कोच डंकन फ्लैचर का अच्छा रिकार्ड नहीं होने के बावजूद भारतीय कोच के रूप में अनुबंध एक साल बढ़ा दिया गया है। जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान 64 वर्षीय फ्लैचर के अनुबंध का नवीनीकरण का फैसला बीसीसीआई की कार्यकारिणी में किया गया। फ्लैचर का अनुबंध इस महीने के आखिर में समाप्त हो रहा था।बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, बोर्ड ने उनका अनुबंध बढ़ाने का फैसला किया है। हमें शर्तों पर चर्चा करनी होगी। बोर्ड ने क्या चर्चा की मैं उस बारे में आपको नहीं बता सकता। मैं आपको केवल फैसले से अवगत करा सकता हूं। हमने उनका कार्यकाल बढ़ाने का फैसला किया है।गौरतलब है फ्लैचर के कोच रहते हुए भारत को इंग्लैंड और आस्ट्रेलियाई दौरे में क्लीनस्वीप का शिकार होना पड़ा। इसके बाद वह इंग्लैंड से घरेलू श्रृंखला भी हार गया। इससे फ्लैचर के भविष्य को लेकर कयास लगाए जा रहे थे।बीसीसीआई के वरिष्ठ सदस्य ने पीटीआई से कहा, कार्यकारिणी ने फ्लैचर का अनुबंध एक साल बढ़ाने का फैसला किया है। वह दो साल से टीम के साथ है और इसलिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगली बड़ी श्रृंखला को देखते हुए हम कोई कड़ा फैसला नहीं करना चाहते हैं।उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में किसी नए कोच की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका से करना जोखिम भरा होगा। उससे अच्छे परिणाम की उम्मीद करना भी अनुचित होता।मालूम हो, जब से फ्लैचर कोच बने तब से भारत ने 22 टेस्ट मैचों में से दस में हार झेली और आठ में उसे जीत मिली। विदेशों में उसे केवल एक जीत दो साल पहले वेस्टइंडीज में तब मिली थी जबकि फ्लैचर ने कार्यकाल संभाला ही था।इस बीच भारत ने 44 वनडे खेले और इनमें से उसने 25 जीते और 16 में उसे हार मिली। दो मैच टाई रहे जबकि एक का परिणाम नहीं निकला। टी20 में भारत ने 17 मैचों से नौ में जीत दर्ज की जबकि आठ में उसे हार मिली।महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने फ्लैचर का कार्यकाल बढ़ाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, क्या कोई भारतीय कोच दस टेस्ट मैचों में हार के बाद अपने पद पर बने रहता। फ्लैचर को भारत के सबसे सफल कोच गैरी कर्स्टन की सिफारिश पर लिया गया था।