प्याऊ से गंदा पानी आने पर अनाज मंडी में किसान नाराज हो गए और सफाई को लेकर अड़ गए। इससे नीलामी रुक गई। सहायक सचिव मौके पर पहुंचे और किसान को समझाया। इसके बाद नीलामी शुरू हो पाई।

पानी की टंकी के नीचे स्थित प्याऊ क्रमांक दो पर सोमवार सुबह किसान पानी पीने पहुंचे तो आसपास गंदगी जमा थी। इस पर वे नाराज हो गए। राजेश पुरोहित, सुरेश पाटीदार सहित अन्य किसानों ने बताया टंकी के आसपास इतना कीचड़ है कि पानी पीने कैसे जाएं। सफाई नहीं होने से गंदगी जमा है। प्याऊ की टंकी की भी समय पर सफाई नहीं होती। प्याऊ क्रमांक तीन बंद है और दो में गंदा पानी आ रहा है। इससे किसान गंदा पानी पीने को मजबूर है। किसान रात को ही अपनी उपज बेचने के लिए मंडी में आ जाता है लेकिन बैठने और सोने की व्यवस्था तो दूर साफ पानी भी किसानों को नहीं मिल रहा। आखिर किसानों के लिए कोई व्यवस्था क्यों नहीं की जा रही है। जब तक सफाई नहीं की जाती है, तब तक नीलामी नहीं होगी। इस पर सहायक सचिव सत्यनारायण गोयल और मंडी डायरेक्टर सुरेंद्रसिंह भाटी पहुंचे तो किसानों ने उन्हें भी गंदगी दिखाई। मंडी डायरेक्टर ने प्याऊ की टंकी पर चढ़कर भी पानी देखा। किसानों ने सहायक सचिव को चेतावनी दी कि दो दिन आपको दिए। इसके बाद भी समस्या हल नहीं हुई तो कलेक्टर को शिकायत करेंगे। इसके बाद मंडी में ताला लगा देंगे। आधे घंटे बाद नीलामी शुरू हुई।

दो साल पहले टंकी से निकल चुके हैं चूहे
प्याऊ से गंदा पानी आने पर दो साल पहले भी हम्मालों ने हंगामा किया था। इस पर मंडी प्रशासन ने टंकी की सफाई करवाई थी तो उसमें से चूहे निकले थे। अब फिर गंदा पानी आने से किसानों हंगामा किया है। यदि समय पर सफाई करवाई जाए तो यह स्थिति नहीं बनेगी।

मंडी ऑफिस की टंकी में ही गाद जमी है
किसानों ने बताया मंडी परिसर में पानी की टंकी और प्याऊ तो दूर मंडी के ऑफिस के ऊपर लगी टंकी में ही गाद है। महीनों से सफाई नहीं होने से यह स्थिति बनी है। मंडी सचिव व स्टाफ ऐसा ही पानी पी रहा है। ऐसे में मंडी परिसर में लगी टंकी और प्याऊ की स्थिति क्या होगी। यह इससे पता ही चल सकता है।

सफाईकर्मी लेट हो गया था
मंडी सचिव एम.एल. बारसे ने बताया सफाईकर्मी लेट हो गया था, इससे सफाई नहीं हो पाई। सफाई करवा दी है। ऑफिस की छत पर लगी पानी की टंकी में गाद की बात तो यह गाद नहीं है।