अहमदाबाद। ब्रिटेन का नरेंद्र मोदी प्रेम तेजी से बढता बढ रहा है। मिशन गुजरात के तहत अब ब्रिटेन के विदेश मंत्री बुधवार को नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं। लगता है गुजरात का विकास मॉडल और नरेंद्र मोदी ब्रिटेन को आकर्षित कर रहा है। साल 2002 में गुजरात में हुए दंगों की कडवी यादों को ब्रिटेन अब भुला देना चाहता है और अब नरेंद्र मोदी के साथ रिश्ते मजबूत करने की ओर बढना चाहता है।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री ह्यूगो स्वायर एक उच्चस्तरीय वाणिज्यिक प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को गुजरात पहुंचेंगे। इस दौरान स्वायर मोदी से मुलाकात करेंगे। इस बात की उम्मीद है कि विदेश मंत्री के इस दौरे में ब्रिटेन गुजरात के साथ कारोबारी करार पर हस्ताक्षर करेगा। इस सारी कवायद को 2002 दंगों के बाद ब्रिटेन की ओर से गुजरात के बहिष्कार के अंत के तौर पर देखा जा रहा है। स्वायर के साथ आ रहे प्रतिनिधिमंडल में ब्रिटेन की तेल व गैस कंपनी बीजी समूह का दल भी शामिल होगा। मुंबई में ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार को विदेश मंत्री स्वायर बडे प्रतिनिधिमंडल के साथ गुजरात पहुंच रहे हैं। करीब 10 साल के बहिष्कार का अंत करते हुए पिछले साल ब्रिटेन ने गुजरात के साथ दोबारा संबंध स्थापित करने की घोषणा की थी।
इसी के मद्देनजर ब्रिटिश उच्चायुक्त जेम्स बेवन ने पिछले साल अक्टूबर में गांधीनगर का दौरा किया और मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापारिक व वाणिज्यिक संभावनाओं के साथ ही कई मुद्दों पर चर्चा की। बीजी समूह सितंबर, 2011 में राज्य सरकार के स्वामत्वि वाले गुजरात राज्य पेट्रोलियम निगम (जीएसपीसी) के साथ किए गए लंबी अवधि के गैस आपूर्ति के शुरूआती समझौते को मजबूत करेगा। इसके लिए इस्कंदर बुधवार को जीएसपीसी के साथ अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। ब्रिटेन के बीजी समूह के जल्द ही भारत को एलएनजी आपूर्ति शुरू करने की संभावना को बल मिला है।