दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी नाविकों को भारत भेजने पर इटली राज़ी हो गया है। रोम से जारी बयान के मुताबिक दोनों के आज भारत पहुंचने की उम्मीद है। दोनों को इटली के चुनाव में हिस्सा लेने के लिए वतन लौटने की इजाज़त दी गई थी लेकिन इटली ने भारतीय अदालत से किए वादे से मुकरते हुए उन्हें वापस भेजने से इनकार कर दिया था। इटली की दलील है कि वारदात भारत की समुद्री सीमा से बाहर हुई लिहाज़ा मामले का राजनयिक हल निकलना चाहिए लेकिन अदालत जनवरी महीने में ही यह दलील ठुकरा चुकी है।
अब इटली की सरकार का कहना है कि भारत ने नाविकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा का लिखित वायदा किया है। इटली की सरकार के मुताबिक नई दिल्ली ने इस बात का भी भरोसा दिलाया है कि दोनों के साथ बुरा बर्ताव नहीं होगा और इसके बाद ही आरोपियों को भेजा जा रहा है।
लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इटली के राजदूत के भारत छोड़ने पर रोक लगाई थी। इसके बाद राजनयिक संकट तब और गहरा गया था जब भारत ने इटली में नए राजदूत की नियुक्ति को टाल दिया था। पिछले हफ्ते सोनिया गांधी ने भी कहा था कि रोम भारत को हल्के में ना ले। प्रधानमंत्री ने भी साफ संकेत दिया था कि भारत इस मसले को सस्ते में नहीं छोड़ेगा।