इमालवा – रतलाम। जीव को जगदीश में समाहित करने के लिए भागवत का श्रवण आवश्यक है। श्रीमद् भागवत भवसागर से जीव को तारकर श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप के दर्शन कराती है। भागवत को आत्मसात करने से ही भारतीय संस्कृति की रक्षा हो सकती है। वसुदेव कुटु बकम् की परिकल्पना भागवत को आत्मसात करने से ही साकार किया जा सकता है। भारतीय संस्कृति और धर्म का विश्वकोष है श्रीमद् भागवत।
यह संदेश आचार्यश्री किरीट भाई ने भागवत कथा के समापन अवसर पर िदया। श्री कालिका माता मेला परिसर में बने विशाल पंडाल में कथा के अंतिम दिन हजारों श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर धर्म लाभ लिया। धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्यश्री किरीट भाई ने कहा िक निष्काम कर्म, ज्ञान-साधना, सिद्धी साधना, भक्ति, अनुगृह, मर्यादा, द्वेत-अद्वेत, निर्गुण-सगुण तथा व्यक्त-अव्यस्त रहस्यों से श्रीमद् भागवत जीव का परिचय कराती है। उन्होंने सच्चे संत के लक्षणों से भी श्रद्धालुओं को अवगत कराते हुए कहा कि जिसकी शरण में जाने शांति और सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है वही सच्चा संत है। गुरु के चरण चिन्ह दहलीज पर लेना चाहिए, इससे सद्गुणों के साथसाथ लक्ष्मी का आगमन होता है।
फाग उत्सव में झूमे श्रद्धालु
भागवत कथा का आरंभ ही फाग उत्सव के साथ हुआ। पुष्पवर्षा के बीच श्रीकृष्ण भजनों की मधुर स्वरलहरियों और ढोप की थाप की जुगलबंदी पर हजारों श्रद्धालु झूम उठे। श्रीकृष्ण-राधा का रूप धरे बालिकाओं को श्रद्धालुओं ने जमकर पुष्पवर्षा की। कथा में अंतिम दिन द्रोपदी कथा, सती था, राजा परीक्षित खथा प्रसंग का श्रवण कराया। श्रीकृष्ण-सुदामा प्रसंग ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर िदया। इसके पश्चात आचार्यश्री ने श्रद्धालुओं को गुरुमंत्र दिया। शाम 5 बजे आरती पश्चात कथा स्थल से शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए श्री कालिका माता मंदिर परिसर में विसर्जित हुई।
इन्होंने लिया धर्मलाभ
समिति के अध्यक्ष नंदलाल व्यास ने बताया िक सर्वप्रथम तुलसी परिवार व मु य यजमान ने आचार्यक्षी का स मान किया। इसके बाद तुलसी परिवार की ओर से मु य यजमान का स मान िकया गया। पौथीपूजन का लाभ पं. संजय दवे, प्रेमलता दवे, डॉ. राजकुमार कटारे, सुषमा कटारे, एनएल व्यास, श्यामा व्यास, हरीश सुरोलिया, सरिता सुरोलिया, महापौर शैलेंद्र डागा ने िलया। इस अवसर पर सनातन धर्म सभा के कोमलसिंह, प्रभु प्रेमी संघ के रामेश्वर खंडेलवाल, गोहाई समाज के राजेंद्र गुप्ता, डॉ. योगेश निखरा, विश्व हिन्दू परिषद के संजीव जैन, हरियाणा गौड़ समाज के बंसीलाल शर्मा, महाराष्ट्र समाज के दिलीप बर्वे, परशुराम युवा मंडल के हर्ष दशोत्तर, डॉ. राजेश शर्मा, अंकित शर्मा ने दीप प्रज्वलन का लाभ लिया। संचालन कैलाश व्यास ने किया।