क्या आप भी अपने स्मार्टफोन को अपने बगल में रखकर सोती हैं? यह तो अच्छी तरह से स्पष्ट है कि आजकल कई लोग स्मार्टफोन के आदी हो गए हैं। हम सभी को मोबाइल फोन की ऐसी लत लगी है, जिससे आसानी से छुटकारा पाना मुश्किल है। हम अपने दोस्तों के बिना तो रह सकते हैं, लेकिन हम अपने स्मार्टफोन के बिना नहीं रह सकते हैं। वहीं रात को हम अपने मोबाइल के साथ ही सोना पसंद करते हैं। लेकिन रात को बिस्तर पर मोबाइल इस्तेमाल करने या रखने से आपको काफी नुकसान होते हैं।

आप खुद से सवाल करें तो आपने भी यह महसूस किया होगा कि रात को मोबाइल इस्तेमाल करने के बाद आपका सिर सुबह भारी होता होगा? इसके पीछे का कारण है मोबाइल को बगल में रखकर सोना, इससे हम काफी सुस्त महसूस करती हैं। आप में से कई शायद इस जानकारी पर विश्वास नहीं करेंगी, लेकिन इस तथ्य को बदला नहीं जा सकता है।

कुछ लोग झपकी लेते लेते फोन पर फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण उनका फोन बेड पर ही रह जाता है। इससे मांसपेशियों में तनाव, कोहनी में दर्द, अंगूठे में दर्द, गर्दन में जकड़न आदि होती हैं।

अगर आप अपने तकिए के नीचे अपना फोन रखती हैं तो आपको इस खराब आदत को आज ही खत्म करना चाहिए, आइए हम आपको इसके कुछ हानिकारक प्रभावो के बारे में बताते हैं।

1 विद्युत चुम्बकीय विकिरण का हानिकारक संपर्क
आप सभी इस बात को बखूबी जानती हैं कि मोबाइल फोन में से लगातार विद्युत चुम्बकीय विकिरण उत्सर्जन होती है। इन विकिरणों से ही मोबाइल सिग्नल पकड़ता है। तो अगर आप किसी भी तरह की मानसिक समस्या से नहीं जुझना चाहती हैं तो ऐसे में आप अपने स्मार्टफोन को खुद से दूर रखें।

2 नींद से जुड़ी समस्या
हम में से कई महिलाएं रात के समय स्मार्टफोन फोन का इस्तेमाल करके अच्छी नींद नहीं ले पाती हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि यह आपके देर से सोने के कारण हो रहा है। आपके फोन से निकलने वाली लाइट आपकी आंखों और नींद दोनों को प्रभावित करती है। इसलिए रात को सोते समय मोबाइल का इस्तेमाल करने से बेहतर है कि आप कोई बुक को पढ़ लें। ईबुक के बजाय आप बुक्स की हार्ड कॉपी पढ़ सकती हैं।

3 सुस्त सुबह
देरी से सोने से अपर्याप्त नींद भी हमारे लिए हानिकारक होती है। फोन में से निकलने वाली लाइट स्लीप हार्मोन के स्राव को रोकती है, जिससे हमारी नींद खराब हो जाती है। इसी के साथ निरंतर सिग्नल के संपर्क से हमारी नींद भी टूट जाती है। नींद की कमी होने से हम आराम नहीं कर पाते हैं, जिससे हमारा मस्तिष्क उलझन में रहता है। इसका प्रभाव पूरे दिनभर बना रहता है।

प्रौद्योगिकी हमारी भलाई के लिए ही बनाई गई है, लेकिन इनका ज्यादा इस्तेमाल करना हमारे लिए घातक हो सकता है। हम आपको स्मार्टफोन से दूरी बनाने के लिए तो नहीं कह रहे हैं, लेकिन आपको इसका इस्तेमाल सीमित करना चाहिए। आप चाहे तो रात को सोने से पहले अपने फोन को एयरोप्लेन मोड में रख सकती हैं।