त्रिवेणी मेले को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मेला स्थल पर बुधवार को साफ-सफाई से लेकर पेवर ब्लॉक लगाने का काम जारी रहा। मेले के लिए 7 दिसंबर से दुकानों का आवंटन किया जाएगा।

त्रिवेणी तट पर परंपरानुसार 9 दिसंबर से 11 दिवसीय मेले की शुरुआत होगी। मेले में धर्म-ध्यान के साथ जमकर मौज-मस्ती भी होगी। इसके लिए नगर निगम ने व्यापक तैयारियां की हैं। मेले को लेकर शहर और अंचल के रहवासियों में विशेष तौर पर उत्साह है। 11 दिन तक चलने वाला मेला कुश्ती, कबड्डी और बॉडी बिल्डिंग स्पर्धा के नाम रहेगा। मंदिर के सामने मानस भवन में बाॅडी बिल्डिंग स्पर्धा होगी। स्पर्धा के लिए फिलहाल भवन को तैयार करने का काम किया जा रहा है। राजस्व विभाग समिति प्रभारी मंगल लोढ़ा ने बताया मेले में 7 दिसंबर से दुकानों का आवंटन किया जाएगा। इसके लिए चूने की लाइनिंग कर दी जाएगी। मेले में प्रतिवर्ष दुकान लगाने वालों के अलावा भी यदि किसी को कोई जगह चाहिए तो उन्हें वह उपलब्ध करवाई जाएगी। हालांकि लाइनिंग का काम बुधवार से शुरू होना था लेकिन बारिश होने के कारण यह नहीं हो सका। फिलहाल मेला स्थल पर साफ-सफाई, बिजली के पोल, पानी का प्रबंध, शौचालय सुधार, जमीन लेवलिंग का काम किया जा रहा है। मेले में गुरुवार या शुक्रवार को बिजली व पानी की सुविधा भी की जाएगी।

मेला स्थल पर पहुंचे व्यापारी – मेले में व्यापार करने के लिए दूसरे शहरों से व्यापारियों के रतलाम पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार को बिगड़ा मौसम बाहर से आए व्यापारियों के लिए मुसीबत का सबब बन गया। मेले में उज्जैन, धार, भोपाल, झाबुआ से व्यापारी आए हैं। सभी ने मेला स्थल के पास ही अपने ठिकाने बनाए हैं। बुधवार को दिनभर हुई बारिश से सभी बचते नजर आए। महिदपुर के रेस्टारेंट संचालक मुकेश व बन्ने सिंह ने बताया बाहर से आने वाले व्यापारी मेला शुरू होने के 2 या 3 दिन पहुंच जाते हैं। मेले में अभी आगरा के पैरदान वाले, अजमेर के झूले व्यापारी, उज्जैन की नाव व झूले व्यापारी, महिदपुर एवं भवानीमंडी के रेस्टोरेंट संचालक, फोटो स्टूडियो वाले परिसर में पहुंच गए है। आगामी दो दिनों में मेले में और भी व्यापारी पहुंच जाएंगे।