भक्‍ति और अंधभक्‍ति के बीच जरा सा फासला है, इसी फासले की एक झलक इन विचित्र मंदिरों में दिखती है जहां भगवान नहीं इंसानों की प्रतिमायें पूजी जाती हैं।

सचिन तेंदुलकर मंदिर, अतरवालिआ
बिहार के अतरवालिआ में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को वाकई भगवान बना दिया गया है। यहां के निवासी सचिन की दीवानगी में एक अलग स्‍तर पर चले गए और उनका मंदिर ही स्‍थापित कर दिया। अब यहां सचिन को भगवान की तरह पूजा जाता है।

अमिताभ मंदिर, कोलकाता
जीहां बॉलीवुड में अमिताभ बच्‍चन एक जीवित किंवदंती हैं और शायद इसीलिए लोग उन्‍हें अभिनय की दुनिया का भगवान मानने लगे हैं। मैडम तुसाद म्‍यूजियम में उनकी मोम की प्रतिमा से अलग कोलकाता के निवासियों ने उन्‍हें भगवान बना कर एक मंदिर में स्‍थापित कर दिया है।

सोनिया गांधी मंदिर, महबूब नगर
अगर आप सोचते हैं कि केवल क्रिकेट खिलाड़ी या अभिनेता ही लोगों के भगवान हैं तो आप बिलकुल गलत हैं। लोग तो राजनितिज्ञों के भी उतने ही भक्‍त हैं, और इसी का प्रमाण है तेलंगाना के महबूब नगर में बना सोनिया गांधी का मंदिर। यहां सोनिया की प्रतिमा बना कर बाकायदा उसकी पूजा होती है।