दुनिया में जन्म-मरण शादी-ब्याह की बहुत सी रस्में निभाई जाती हैं। हर समाज के लोगों की परंपराए भी अलग-अलग होती हैं। कुछ लोग तो सदीयों से अजीबो-गरीब रिवाज अपनाते आ रहे हैं, जिनके बारे में कई बार यकीन कर पाना भी मुश्किल हो जाता है। आज हम जिस रस्म के बारे में बात कर रहे हैं वो शादी से जुड़ी हैं लेकिन इसमेें हैरान कर देने वाली बात यह है कि इसमें जिंदा नहीं बल्कि मरे हुए लड़का-लड़की की शादी की जाती है। इससे भी ज्यादा दिलचस्प बात यह है कि यह रस्म हमारे ही देश में निभाई जाती है।
यूपी के सहारनपुर जिले के नटबाजी समाज में यह परंपरा बहुत बरसों से चली आ रही है और लोग आज भी इसे निभा रहे हैं। यहां के लोगों का मानना है कि जो मृत संतान अविवाहित मर जाती है बालिग होने पर उनकी शादी की जाती है। इसके लिए मंडप में गुड्डा-गुड़िया को दुल्हा-दुल्हन की तरह सजा कर बिठाया जाता है। ऐसा करने से उनकी मृत संतान भी अविवाहित नहीं रहती।
यह शादी बहुत धूमधाम से की जाती है और बैंड- बाजे के साथ मृत लड़की के पक्ष के रिश्तेदार दरवाजे पर आकर बारात का स्वागत करते हैं और बाकी की रस्में भी शादी की तरह ही निभाई जाती हैं। इतना ही नहीं मरे हुए दुल्हा-दुल्हन को दान-दहेज भी दिया जाता है।