दक्षिण के स्टार सिद्धार्थ को इस बात का जरा भी अफसोस नहीं है कि वे हिंदी फिल्म नगरी में ज्यादा समय नहीं दिखे। उन्हें यह लगता है कि हिंदी फिल्म नगरी में उन्हें बहुत कम ही अच्छी भूमिकाएं मिलीं। सिद्धार्थ ने वर्ष 2006 में आई आमिर खान अभिनीत फिल्म रंग दे बसंती से बॉलीवुड में कदम रखा था।33 वर्षीय इस अभिनेता-निर्माता ने कहा कि उन्होंने हमेशा से ही बॉलीवुड…
दक्षिण के स्टार सिद्धार्थ को इस बात का जरा भी अफसोस नहीं है कि वे हिंदी फिल्म नगरी में ज्यादा समय नहीं दिखे। उन्हें यह लगता है कि हिंदी फिल्म नगरी में उन्हें बहुत कम ही अच्छी भूमिकाएं मिलीं। सिद्धार्थ ने वर्ष 2006 में आई आमिर खान अभिनीत फिल्म रंग दे बसंती से बॉलीवुड में कदम रखा था।33 वर्षीय इस अभिनेता-निर्माता ने कहा कि उन्होंने हमेशा से ही बॉलीवुड से एक दूरी बनाकर रखी क्योंकि उन्हें ऐसा कभी नहीं लगा कि यही उनकी प्राथमिकता है।बकौल सिद्धार्थ, बॉलीवुड मेरी प्राथमिकता नहीं है। मेरा काम दक्षिण से ही जुड़ा है जहां मैं एक मुख्य अभिनेता हूं। मुख्य अभिनेताओं को मिलने वाली संभावनाओं से इतर मुझे यहां अच्छा काम नहीं मिला। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि मैं हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से बिल्कुल अलग हो गया हूं।इस अभिनेता को इससे पूर्व डेविड धवन की आधिकारिक रिमेक फिल्म चश्मे बद्दूर में सहकलाकार अली जफर और दिव्येंदु शर्मा के साथ देखा गया।उन्होंने कहा, डेविड धवन मेरे परिवार की तरह हैं और उनके साथ काम करना मेरे लिए बढि़या अवसर रहा। मैंने इस फिल्म को करना इसलिए भी स्वीकार किया क्योंकि यह एक मौज मस्ती से भरी फिल्म थी।अभिनेता ने कहा कि अपनी भूमिका की तैयारी के लिए उन्होंने जानबूझकर वर्ष 1981 में आई दीप्ति नवल और फारुख शेख अभिनीत फिल्म को नहीं देखा।उन्होंने कहा, मुझे पता है कि यह फिल्म मूल फिल्म से बिल्कुल जुदा है। इसलिए मैं चाहता था कि इस चरित्र को अपने अंदाज में निभाऊं।