परवेज मुशर्रफ जब पाकिस्तान के तानाशाह थे तब उन्होंने मौजूदा प्रेसीडेंट आसिफ अली जरदारी से लेकर तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ तक को जेल की हवा खिलाई थी। अब वक्त का पहिया घूम गया है और उन्हें पहली बार जेल में रहने के मायने मालूम हो रहे हैं।18 अप्रैल को पाकिस्तान में इस्लामाबाद में आतंकवाद के मामले देखनेवाली अदालत ने परवेज मुशर्रफ की जमानत अर्जी जैसे ही खार…
परवेज मुशर्रफ जब पाकिस्तान के तानाशाह थे तब उन्होंने मौजूदा प्रेसीडेंट आसिफ अली जरदारी से लेकर तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ तक को जेल की हवा खिलाई थी। अब वक्त का पहिया घूम गया है और उन्हें पहली बार जेल में रहने के मायने मालूम हो रहे हैं।18 अप्रैल को पाकिस्तान में इस्लामाबाद में आतंकवाद के मामले देखनेवाली अदालत ने परवेज मुशर्रफ की जमानत अर्जी जैसे ही खारिज की, मुशर्रफ कोर्ट से भागकर फार्महाउस चले गए। अगले दिन अदालत ने उन्हें चार मई तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश सुनाया। तब से मुशर्रफ इस्लामाबाद में पांच एकड़ के अपने इसी फार्महाउस में कैद होकर रह गए हैं।अब खबर यह आ रही है कि परवेज मुशर्रफ अपने फार्महाउस के दो कमरों में कैद हो कर रह गए हैं। उनके फार्महाउस को जेल में तब्दील कर दिया गया है। अब आलम यह है कि मुशर्रफ अपने परिवारवालों से भी नहीं मिल पा रहे। पहले उनके पास पूर्व प्रेसीडेंट के तौर पर पर्सनल स्टाफ का भारी अमला था लेकिन अब इस स्टाफ के एकभी मेंबर को मुशर्रफ के पास फटकने तक की इजाजत नहीं।अदालत के फैसले के खिलाफ अपील दायर करने के लिए मुशर्रफ वकीलों से मिलना चाहते हैं लेकिन उनके वकीलों से मिलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। यहां तक कि वो टेलीफोन और इंटरनेट का भी इस्तेमाल नहीं कर सकते। लजीज खानों के शौकीन मुशर्रफ के खाने पीने का इंतजाम अब अदियाला जेल के अधिकारी कर रहे हैं। मुशर्रफ की सुरक्षा का इंतजाम पहले पाकिस्तान की सेना देख रही थी अब इस फार्महाउस का प्रशासनिक नियंत्रण भी जेल के अफसर देख रहे हैं।मुशर्रफ के लिए शर्मसार करने वाली बात यह है कि वो पाकिस्तान के पहले आर्मी चीफ हैं जिन्हें गिरफ्तार कर अदालत के सामने पेश किया गया है। वो पहले सेना प्रमुख हैं जिन पर आतंकवाद के मामले देखने वाली अदालत में मामला चल रहा है। जब वक्त का पहिया घूमता है तो कुछ इस तरह से घूमता है।