केंद्र सरकार ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए ‘लंगर’ पर लग रहे जी.एस. टी. को हटा दिया है। सरकार ने मुफ़्त लंगर लगाने वाली सभी धार्मिक /चैरिटेबल संस्थाओं पर लगने वाले जी.एस. टी. की वापसी का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। अब सिर्फ़ गुरूद्वारे ही नहीं बल्कि मंदिरों, चर्च और मस्जिदों को भी जी.एस. टी. की वापसी की पेशकश की गई है। केंद्र सरकार का कहना है कि मानवता को मुफ़्त भोजन देने की सेवा करने वालों पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने फेसबुक पेज पर जानकारी देते हुए लिखा कि भारत सरकार की तरफ से लंगर पर लगाए जी. एस. टी. की तरफ से इकठ्ठा किए गए हर पैसे को वापस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई महीनों से लंगर पर जी.एस. टी. लगने के फ़ैसले से उनका दिल काफ़ी दुखी था और एक बोझ महसूस हो रहा था। हरसिमरत बादल ने लिखा कि उन्होंने फ़ैसला लिया था कि वह इस मामले में न्याय के लिए लड़ने से पीछे नहीं हटेंगे और इसलिए हर बनती कोशिश करते रहेंगे।