अमेरिका के बोस्टन मैराथन में हुए विस्फोटों के तुरंत बाद कराई गई रायशुमारी में आधे अमेरिकी नागरिकों का मानना है कि आने वाले दिनों में कोई आतंकवादी हमला दोबारा हो सकता है। अमेरिका के लोगों के बीच यह सर्वे गैलप ने कराया है।गौरतलब है कि बोस्टन विस्फोटों में 3 लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। गैलप ने कहा कि ताजा सर्वे में शा… 
अमेरिका के बोस्टन मैराथन में हुए विस्फोटों के तुरंत बाद कराई गई रायशुमारी में आधे अमेरिकी नागरिकों का मानना है कि आने वाले दिनों में कोई आतंकवादी हमला दोबारा हो सकता है। अमेरिका के लोगों के बीच यह सर्वे गैलप ने कराया है।गौरतलब है कि बोस्टन विस्फोटों में 3 लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। गैलप ने कहा कि ताजा सर्वे में शामिल किए गए लोगों में से 51 प्रतिशत नागरिकों का मानना था कि आतंकवादी हमला होने की अधिक आशंका है।गैलप ने कहा कि 9-11 हमले के 10 साल पूरा होने के बाद अगस्त 2011 में कराई गई रायशुमारी में 38 प्रतिशत लोगों ने आतंकवादी हमला होने की आशंका जतायी थी, जबकि इस ताजा रायशुमारी में ऐसी आशंका जताने वाले लोगों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। गैलप ने कहा कि मौजूदा सर्वेक्षण से बोस्टन मैराथन विस्फोटों के बाद लोगों की चिंताएं परिलक्षित होती हैं। इसके साथ राष्ट्रपति और सांसदों को भेजे गए विषैला पदार्थ राइसिन लगे पत्रों के पकड़ में आने के बाद भी लोगों की आशंकाएं बढ़ी हैं। गैलप सर्वे के अनुसार 12 प्रतिशत अमेरिकी नागरिकों का मानना है कि अगले कुछ हफ्तों में कोई आतंकवादी हमला हो सकता है। गैलप का यह सर्वेक्षण 24-25 अप्रैल को कराया गया।बता दें कि अमेरिका विश्व के सबसे सुरक्षित देशों में शुमार है। लेकिन अगर अमेरिका के लोगों को ऐसा लगता है कि वहां आतंकवादी हमले हो सकते हैं, तो ऐसे में यह वहां की पुलिस और प्रशासन के लिए चिंता की बात है।वैसे बोस्टन धमाकों के एक अरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है और दूसरे को हिरासत में ले लिया है। इसके बावजूद अमेरिका के लोगों को दोबारा आतंकवादी वारदार का डर सता रहा है।