बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 40 साल बाद बाणसागर परियोजना के पूरा होने पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. साथ ही, उन्होंने ट्वीट किया कि अगर कांग्रेस चाहती तो 20 साल पहले ही किसानों को इसका लाभ मिल चुका होता.
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में 3148.91 करोड़ की लागत से तैयार बाणसागर परियोजना का लोकार्पण किया, जिससे बिहार के रोहतास, बक्सर भोजपुर, भभुआ, गया और पटना समेत दर्जन भर जिलों में किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी. इस परियोजना का शिलान्यास 14 मई 1978 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने किया था. कांग्रेसी सरकारों ने रुचि ली होती तो 20 साल पहले किसानों को इसका लाभ मिल जाता.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में 3148.91 करोड़ की लागत से तैयार बाणसागर परियोजना का लोकार्पण किया, जिससे बिहार के रोहतास,बक्सर भोजपुर, भभुआ, गया और पटना समेत दर्जन भर जिलों में किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा है कि 15 जुलाई (1955) वह तारीख है, जिस दिन प्रधानमंत्री नेहरू को उनकी सरकार ने भारत रत्न प्रदान कर लोकतंत्र में लोकलाज की अवहेलना की थी. 63 साल बाद गरीब-पिछड़े परिवार से आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी 15 जुलाई को तीन राज्यों के करोड़ों किसानों को बाणसागर परियोजना का उपहार दिया. कांग्रेस-राजद जैसी वंशवादी पार्टियां कभी जनता का कल्याण नहीं कर सकतीं.
मोदी ने कहा कि उत्तर भारत के शिरोमणि अकाली दल से लेकर दक्षिण भारत (तमिलनाडु) की राजनीति में आए सुपर स्टार रजनीकांत तक ने प्रधानमंत्री के एक देश-एक चुनाव के विचार का समर्थन किया है, लेकिन बिहार में विपक्षी दल केवल विरोध के लिए विरोध की नीति पर अड़े हुए हैं. जिन्हें परिवार की सम्पत्ति बचाने की फिक्र है, वे देशहित की चिंता क्या करेंगे?