कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती रुचिका चौहान ने विधानसभा निर्वाचन 2018 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की बैठक में निर्देश दिए कि जिले के एसडीएम व तहसीलदार यह सुनिश्चित करें कि सभी प्रिंटिंग प्रेस निर्वाचन आयोग की आचार संहिता का पालन करे। प्रिंटिंग मैटेरियल की जानकारी जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध करावे। इसके लिए तहसीलदार अपने क्षेत्र की प्रिंटिंग प्रेस का समय-समय पर निरीक्षण कर जानकारी लेते रहे। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री सोमेश मिश्रा, अपर कलेक्टर श्री जितेंद्र सिंह चौहान, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण कुमार फुलपगारे भी उपस्थित थे।

बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोडल अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्वाचन के लिए आवश्यक भवनों परिसरो के अधिग्रहण आदेश तत्काल जारी किए जाएं। रिटर्निंग अधिकारी अपने सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को ईवीएम तथा वीवीपेट की ट्रेनिंग अनिवार्य रूप से दिलवाए। इसके साथ ही अपने क्षेत्र के पटवारियों पंचायत निरीक्षक को भी ईवीएम वीवीपैट मशीनों की ट्रेनिंग देवे, समाधान पोर्टल चालू हो गया है। इसमें पुलिस स्टेशंस की जानकारी अपलोड करवाएं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने विधानसभा निर्वाचन के तहत विभिन्न ट्रेनिंग प्रोग्रामों की जानकारी दी।

बताया गया कि आगामी दिनों में विधानसभा निर्वाचन के लिए वेबकास्टिंग, मतदान दलों के प्रशिक्षण, सामग्री वितरण प्रशिक्षण, कम्युनिकेशन प्लान ट्रेनिंग के अलावा अन्य कहीं महत्वपूर्ण ट्रेनिंग जिले में आयोजित की जाएगी। बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले के सभी एसडीएम से स्ट्रांग रूम तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि सैलाना में बनाए गए स्ट्रांग रूम में अभी तक विद्युत वितरण कंपनी द्वारा विद्युत कनेक्शन नहीं किया गया है। कलेक्टर ने कहा कि विद्युत वितरण कंपनी को एक माह पहले ही निर्देशित कर दिया गया था, अब तक क्यों नहीं किया गया है। इसी प्रकार आलोट में भी विद्युत कनेक्शन नहीं किए जाने की जानकारी एसडीएम द्वारा दी गई। जिला निर्वाचन अधिकारी ने उन भवन परिसरों का भी अधिग्रहण आदेश जारी करने के निर्देश दिए जहां निर्वाचन के दौरान पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। उन्होंने मतदान दलों को मतदान सामग्री वितरण के संबंध में निर्देशित किया कि इसके लिए सुनियोजित ढंग से प्लान किया जाए रिटर्निंग अधिकारी मौके पर जाकर लेआउट तैयार करवाएं। अपने कक्ष में बैठकर इसकी प्लानिंग नहीं करें यहां देख ले की सामग्री वितरण के लिए कितनी संख्या में टेबले लगाई जाना है आवागमन के रास्ते कैसे होंगे, सामग्री लेने वाले कर्मचारियों की बैठक व्यवस्था कहां होगी। अन्य तैयारियों की भी समीक्षा की गई।