इमालवा – नीमच | मध्य प्रदेश के नीमच में दलितों के घोड़े पर बारात निकालने पर दबंगों ने पथराव किया. इतना ही नहीं दबंगों ने दलित परिवारों का हुक्का-पानी बंद कर दिया. घटना ज़िले की मनासा तहसील के कुकड़ेर थाने में पड़ने वाली ग्राम सेमली ईस्तमुरार की है. हालांकि पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया, लेकिन फिर भी दबंग अपनी मनमानी करने में कामयाब हो गए.
पुलिस अनुविभागीय अधिकारी जीएस कंवर ने बुधवार 8 मई को नीमच में बताया कि इस मामले में चार आरोपी सुरेन्द्र सिंह, गज्जू सिंह, मनोहर सिंह और ईर सिंह राजपूत के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. साथ ही पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ भी लिया गया है.
सूत्रों ने बताया कि सेमली ईस्तमुरार मनासा तहसील का पंचायत मुख्यालय है, जो नीमच जिला मुख्यालय से मात्र 40 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां करीब 10 दलित परिवार रहते हैं. इनमें से एक गणोशराम मेघवल के बेटे ईरलाल की शादी पांच मई को थी. दलितों का घोड़े पर बारात निकालना गांव के सवर्ण दबंगों को बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने बारात पर पथराव शुरू कर दिया.
दंबग इतने पर ही नहीं रूके, उन्होंने इसके बाद दलित परिवारों का हुक्का पानी बंद कर दिया. कंवर ने बताया कि शादी के दो दिन पहले गांव पहुंचकर सामाजिक समरसता बनाने के लिए बैठक की गयी थी, लेकिन इसके बावजूद दबंगों ने पथराव कर दिया.
उधर गणोशराम ने बताया कि गांव के दबंगों ने साफ तौर पर ऐलान कर दिया था कि दूल्हा घोड़ी पर नहीं निकलेगा, जिसकी सूचना दलितों ने पुलिस को दी. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बारात निकाली और दबंगों ने मकानों की छत से पथराव कर दिया. इसमें दूल्हे का भाई नोदराम और बुआ नर्मदाबाई मेघवाल ज़ख्मी हो गए, जिन्हें मनासा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.