आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के कारण सकते में पड़े बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने गिरफ्तार किए गए डर्टी क्रिकेटरों के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज करने की संभावना से भी इन्कार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इस संकट के कारण वह सबसे अधिक आहत हुए हैं।
श्रीनिवासन से पूछा गया कि क्या बीसीसीआई गिरफ्तार किए गए खिलाडि़यों के खिलाफ मामला दर्ज करेगा, उन्होंने कहा…
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के कारण सकते में पड़े बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने गिरफ्तार किए गए डर्टी क्रिकेटरों के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज करने की संभावना से भी इन्कार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इस संकट के कारण वह सबसे अधिक आहत हुए हैं।
श्रीनिवासन से पूछा गया कि क्या बीसीसीआई गिरफ्तार किए गए खिलाडि़यों के खिलाफ मामला दर्ज करेगा, उन्होंने कहा, यदि अनुमति मिलती है तो हम उनके लिए आपराधिक मामला दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण से कोई व्यक्ति सबसे अधिक आहत हुआ है वह वो हैं। उनके लिए कोई भी छोटी सजा नहीं होगी।
गौरतलब है दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने राजस्थान रायल्स के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को कम से कम तीन आईपीएल मैचों में स्पाट फिक्सिंग के लिए गिरफ्तार किया है। बीसीसीआई ने इन खिलाडि़यों को निलंबित कर दिया है। इन परआईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120 बी (आपराधिक षडयंत्र) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
बीसीसीआई की इस बात के लिए आलोचना हो रही कि कई जगह से चेतावनी मिलने के बावजूद उन्होंने फिक्सिंग को लेकर कड़े कदम नहीं उठाये। बोर्ड प्रमुख ने कहा कि वर्तमान खिलाडि़यों के लालच के कारण वर्तमान संकट पैदा हुआ।
बकौल श्रीनिवासन, आईपीएल ने लोगों को नीचा नहीं दिखाया बल्कि वह डर्टी क्रिकेटर हैं जिन्होंने लोगों को नीचा दिखाया। हमें बुरा लग रहा है कि ऐसा हुआ। लोग देख रहे हैं कि हम इस समस्या के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं इसलिए मुझे व्यक्तिगत तौर पर माफी मांगने की जरूरत नहीं है।
श्रीनिवासन ने आगे कहा, हम वास्तव में सकते में हैं। जो कुछ हुआ उसकी भर्त्सना करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। हम चाहते हैं कि दोबारा ऐसा नहीं हो। हम एक ईमानदार संगठन से जुड़े हैं। बीसीसीआई प्रमुख ने लीग का भी बचाव किया जिसके बारे में कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे फिक्सिंग और जालसाजी को बढ़ावा मिला।
उन्होंने कहा, हमें स्वीकार करना होगा कि तीन खिलाड़ी गिरफ्तार किए गए हैं। उनके वकील कह रहे हैं कि वे निर्दोष हैं। हमें इन आरोपों को साबित करने के लिए दिल्ली पुलिस जांच का इंतजार करना होगा।
श्रीनिवासन से पूछा गया कि क्या बोर्ड इसका खंडन करने की स्थिति में है क्योंकि पिछले सत्र में भी लीग में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था, उन्होंने कहा, मैं खंडन करने की स्थिति में नहीं हूं। कुछ सबूत हैं, पुलिस ने अपना बयान दे दिया है। अभी मैं यही कह रहा हूं कि दोषी साबित होने तक खिलाड़ी निर्दोष है।
उन्होंने कहा, बीसीसीआई ने उनकेा कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है लेकिन में स्वीकार करता हूं कि हमें झटका लगा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि श्रीसंत जैसा टेस्ट खिलाड़ी और अन्य पर इस तरह की गड़बडि़यों के आरोप लगेंगे।
श्रीनिवासन तब गुस्सा गये जब उनसे आईपीएल की विश्वसनीयता को लेकर लगातार सवाल पूछे गये। उन्होंने कहा, पिछले दो दिनों से प्रत्येक मुझसे एक जैसा सवाल कर रहा है लेकिन यह दुनिया का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है और हमें इस पर गर्व होना चाहिए।