पश्चिम बंगाल में सीबीआई को लेकर हुए विवाद के बीच मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ममता ऐसा इसलिए कर रही हैं ताकि विपक्षी दलों में वह खुद को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे आगे कर सके। प्रधानमंत्री पर हमला करना उनकी एक रणनीति है। इसके माध्यम से वे अपने साथ के लोगों को दरकिनार कर खुद को केंद्र में रखना चाहती हैं।

फेसबुक पर ‘द क्लेप्टोक्रेट्स क्लब शीर्षक से एक पोस्ट में जेटली ने लिखा, कोलकाता के पुलिस आयुक्त से पूछताछ के लिए गई सीबीआई टीम को रोकने में ममता बनर्जी ने जो जल्दबाजी में प्रतिक्रिया दी। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि एक क्लेप्टोक्रेट्स क्लब (एक ऐसा शासक जो अपनी ताकत के इस्तेमाल से देश के संसाधनों का दोहन करता है) भारत पर शासन करना चाहता है। उन्होंने लिखा, यह मामला 2012-13 में सामने आया था। इस मामले की जांच को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को सौंपा था। सीबीआई ने कई लोगों को गिरफ्तार किया तो कई अभी जमानत पर हैं।

संघीय व्यवस्था कोई स्लोगन नहीं
केंद्रीय मंत्री ने कहा, अगर सीबीआई एक पुलिस अधिकारी से पूछताछ करना चाहती है तो कैसे यह सुपर इमरजेंसी, संघीय ढांचे पर प्रहार और संस्थाओं की बर्बादी है। जेटली ने लिखा है कि संघीय व्यवस्था कोई स्लोगन नहीं है। यह केंद्र-राज्य संबंधों के बीच का एक नाजुक संतुलन है। उन्होंने पूछा है कि क्या आयकर विभाग को राज्य सरकार कर वसूलने से रोक सकती है, क्या राज्य सरकार एनआईए को आतंकवादियों को पकड़ने से रोक सकती है। जेटली ने लिखा है कि इसका उत्तर बिल्कुल ना है। जेटली ने कहा कि इसमें राज्य ही देश के संघीय ढांचे पर हमला कर रहा है।

जेटली ने कहा, 2019 के चुनाव मोदी बनाम अव्यवस्था या मोदी बनाम अराजकता होंगे। ममता बनर्जी का हालिया नाटक इस बात का सबसे अच्छा सबूत है कि भारत का विपक्ष कैसा सुशासन दे सकता है।