एन श्रीनिवासन पर बुधवार को बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने का दबाव बढ़ गया, जब बोर्ड के दो बड़े अधिकारियों आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला और बीसीसीआई उपाध्यक्ष अरुण जेटली ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ जांच पूरी होने तक उन्हें दूर रहने को कहा।
ऐसा माना जा रहा है कि राजीव शुक्ला और अरुण जेटली भी चाहते हैं कि श्रीनिवासन अप…
एन श्रीनिवासन पर बुधवार को बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने का दबाव बढ़ गया, जब बोर्ड के दो बड़े अधिकारियों आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला और बीसीसीआई उपाध्यक्ष अरुण जेटली ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ जांच पूरी होने तक उन्हें दूर रहने को कहा।
ऐसा माना जा रहा है कि राजीव शुक्ला और अरुण जेटली भी चाहते हैं कि श्रीनिवासन अपने पद से इस्तीफा दे दें, इशारों ही इशारों में उन्होंने अपने इरादे भी जाहिर कर दिए हैं। हालांकि श्रीनिवासन के तेवर ज्यों के त्यों नजर आ रहे हैं।
उधर बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरोध की आवाज उठाने के बाद शुक्ला और जेटली ने भी उनके सुर में सुर मिलाते हुए भारतीय क्रिकेट की छवि की खातिर श्रीनिवासन पर बोर्ड से दूर रहने के लिए दबाव बढ़ा दिया है। इससे संकेत जा रहे हैं कि बोर्ड के अहम सदस्यों ने अपना रुख कड़ा कर दिया है जिसमें कई सक्रिय राजनेता भी शामिल हैं और वे अन्य लोगों को भी इस तरह की मांग के लिए राजी कर सकते हैं।
शुक्ला ने यहां जेटली के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘वह निर्वाचित अध्यक्ष हैं। हमारा यह नजरिया है कि यह अच्छा होगा कि वह प्रक्रिया से दूर रहें। जेटली का भी यही मानना है। हमने यह सुझाव दिया है और इस मुद्दे पर फैसला उन्हें करना है। उन्होंने हमें कहा है कि उनकी कोई गलती नहीं है और उन्हें सजा क्यों दी जा रही है।’
इस प्रकरण का खुलासा होने के बाद से ही श्रीनिवासन ने अडि़यल रुख अपनाते हुए पद छोड़ने से इनकार कर दिया है और साथ ही जोर देकर कहा है कि उनका इस्तीफा सिर्फ उनके पीछे पड़ी मीडिया मांग रही है।
इधर श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन की रिमांड मुंबई की किला कोर्ट ने 31 मई तक बढ़ा दी है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने जांच आगे बढ़ाने के लिए कुछ दिन की रिमांड और मांगी थी, जिसे कोर्ट ने मान लिया। वहीं विंदू की रिमांड भी 31 मई तक बढ़ा दी गई है।