मुस्लिम वोटरों से अपील कर फंसे सिद्धू, चुनाव आयोग ने 24 घंटे में मांगा जवाब

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नवजोत सिंह सिद्धू मुस्लिमों पर दिए गए बयान को लेकर चुनाव आयोग के निशाने पर हैं. चुनाव आयोगन ने सिद्धू के उस बयान पर उनसे सफाई मांगी है जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हटाने के लिए सभी मुस्लिम मतदाताओं से एकजुट होने की अपील की थी. अब चुनाव आयोग ने सिद्धू के खिलाफ कारण बताओ का नोटिस जारी किया है.

चुनाव आयोग ने सिद्दू से 24 घंटे के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है. नवजोत सिंह सिद्धू बिहार के किशनगंज में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह विवादित बयान दिया था. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सिद्धू के इस बयान पर चुनाव आयोग से शिकायत की थी.

कटिहार संसदीय क्षेत्र के बलरामपुर विधानसभा हलके में एक सभा को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिदधू ने मुस्लिम मतदाताओं से कहा आप अल्पसंख्यक होकर भी यहां बहुसंख्यक हो. नवजोत सिंह सिद्दू ने कहा अपने संबोधन में ये भी कहा कि आप अगर एकजुटता दिखाएंगे तो उम्मीदवार तारिक अनवर को कोई नहीं हरा सकता.

इल रैली में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था ”यहां जातपात में बांटने की राजनीति हो रही है, मैं अपने मुस्लिम भाइयों को एक ही बात कहने आया हूं, आपका ऐसा क्षेत्र है जहां आप अल्पसंख्यक बनकर नहीं बल्कि बहुसंख्यक बनकर हो. इस क्षेत्र में आपका वर्चस्व 62 फीसदी का है और ये बीजेपी वाले षडयंत्रकारी लोग आपको बांटने का प्रयास करेंगे, आप इकठ्ठे रहें तो कांग्रेस को दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकेगी.”

चुनाव आयोग ने नवजोत सिंह सिद्धू के बयान की सीडी और बयान की ट्रांसक्रिप्ट भी मांगी है.

इससे पहले भी नेताओं के धार्मिक और जातीय टिप्पणियों पर चुनाव आयोग सख्ती दिखा चुका है. सुप्रीम कोर्ट से फटकार मिलने के बाद चुनाव आयोग ने नेताओं की टिप्पणियों पर जरा भी नरमी नहीं दिखाई. भड़काऊ बयानों के लिए बहुजन समाज पार्टी(बसपा) सुप्रीमो मायावती, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और आजम खान के खिलाफ चुनाव आयोग कार्रवाई कर चुका है.