देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल पर टेलिकॉम विभाग 650 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगा सकता है। टेलिकॉम विभाग भारती एयरटेल पर ये जुर्माना 2003 से 2005 बीच सब्सक्राइबर लोकल डायलिंग यानि एसएलडी की सेवा उपलब्ध कराने के लिए लगा सकती है।
एयरटेल पर आरोप है कि उसने एसएलडी लाइसेंस नियमों का उल्लघंन किया है। दरअसल सब्सक्राइबर लोकल डायलिंग के जरिए रो…

देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल पर टेलिकॉम विभाग 650 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगा सकता है। टेलिकॉम विभाग भारती एयरटेल पर ये जुर्माना 2003 से 2005 बीच सब्सक्राइबर लोकल डायलिंग यानि एसएलडी की सेवा उपलब्ध कराने के लिए लगा सकती है।
एयरटेल पर आरोप है कि उसने एसएलडी लाइसेंस नियमों का उल्लघंन किया है। दरअसल सब्सक्राइबर लोकल डायलिंग के जरिए रोमिंग पर भी ग्राहक को लोकल नेटवर्क की सेवा मिलती है। इससे ग्राहक रोमिंग और एसटीडी चार्ज देने से बच जाता था।
सरकार ने 2003 में वोडाफोन और एयरटेल को नोटिस भेज कर इस सेवा को तुरंत बंद करने का आदेश दिया था लेकिन एयरटेल अगले 2 साल तक यह सेवा ग्राहकों को देती रही। माना जा रहा है कि टेलिकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने भी इस जुर्माने को मंजूरी दे दी है।