OMG! यहां बेटी को ही बनना पड़ता हैं अपनी मां की सौतन

0

दुनियाभर में शादी को लेकर कई परंपराएं निभाई जाती हैं। कुछ परंपराएं ऐसी भी हैं जिनके बारे में जानकर काफी हैरानी होती है। आज हम आपको एक ऐसी जनजाति के बारे में बताएंगे जहां एक बेटी को अपने ही पिता से शादी करनी पड़ती है। जी हां, यहां बेटी ही अपनी मां की सौतन बनती है।

मंडी जनजाति में निभाई जाती हैं यह प्रथा
बांग्लादेश के दक्षिण पूर्व माधोपुर जंगलों में रहने वाली मंडी जनजाति में यह परंपरा निभाई जाती है। यहां मां और बेटी को एक ही मर्द से शादी करनी पड़ती है। इस जनजाति में जब किसी महिला के पति की मौत कम उम्र हो जाती है तो उसे अपने पति के खानदान में से ही एक कम उम्र के आदमी से शादी करनी पड़ती है।

एक ही मंडप पर मां और बेटी की होती हैं शादी
एक ही मंडप पर मां और बेटी की शादी नए पति के साथ करवा दी जाती है। कहा जाता है कि कम उम्र का पति नई पत्नी और उसकी बेटी का भी पति बनकर उनकी सुरक्षा करता है। यहां की लड़कियां बचपन से ही अपने ही पिता से शादी करने के सपने देखने लगती हैं क्योंकि इस जनजाति में तय है कि उसकी शादी उसके पिता के साथ ही होगी।

प्रथा न मानने पर मिलती है सज़ा
सम्पति के बंटवारे को रोकने के लिए भी इस परंपरा को निभाया जाता है। इस जाति में परिवार का मुखिया महिला होती है। अगर लड़की इस परंपरा को निभाने से मना करें तो उसे सज़ा दी जाती है या तो जबरदस्ती उससे ये परम्परा का पालन कराया जाता है या फिर समाज से बाहर कर दिया जाता है।

शारीरिक संबंध के लिए किया जाता है मजबूर
लड़की के थोड़े बड़े होने पर खुद मां अपनी बेटी को ऐसी परिस्थिति में डालती है कि जिससे उसकी बेटी अपने सौतेले पिता के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार हो जाए। खैर इन प्रथाओं के बारे में जानकर काफी दुख होता है कि दुनिया भले ही काफी आगे बढ़ गई हो लेकिन कुछ लोग आज भी वहीं खड़े है और ऐसी परंपराओं को निभा रहे है।