1993 मुंबई हमले के मामले में सज़ा काट रहे संजू बाबा को जेल में मेहनताना महज़ 25 रूपये मिलेंगे। जेल अधिकारियों का कहना है कि संजय दत्त को उच्च स्तर के पेपर बैग बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। और इस काम के 25 रूपये दिए जाएंगे।
जेल अधीक्षक योगेश देसाई ने बताया कि जेल मे पेपर बैग बनाने की इकाई दो वर्षा पहले स्थापित की गई थी। यहां निर्मित सामग्रियों को द…
1993 मुंबई हमले के मामले में सज़ा काट रहे संजू बाबा को जेल में मेहनताना महज़ 25 रूपये मिलेंगे। जेल अधिकारियों का कहना है कि संजय दत्त को उच्च स्तर के पेपर बैग बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। और इस काम के 25 रूपये दिए जाएंगे।
जेल अधीक्षक योगेश देसाई ने बताया कि जेल मे पेपर बैग बनाने की इकाई दो वर्षा पहले स्थापित की गई थी। यहां निर्मित सामग्रियों को दुकानो और बुटिक मे बेचा जाता है। उन्होने कहा कि संजय अपनी कोठरी मे ही बैग बना सकते है तथा उन्हे इसके लिये जेल परिसर स्थित फैक्ट्री मे जाने की जरूरत नहीं।
इससे पहले संजय दत्त ने जेल अधिकारियों से विनती की थी कि उन्हें कड़ी मेहनत का काम दिया जाए ताकि थकान के कारण उन्हें नींद आ सके।
जेल प्रशासन संजय दत्त की सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम फिलहाल नहीं लेना चाहता। अगर उन्हें कठिन काम करने को दिया जाता है तो अन्य कैदियों के साथ रखना पड़ेगा। ऐसे में दत्त बहुत ज्य़ादा मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। जेल अधीक्षक का कहना है कि वे मून्ना भाई की सुरक्षा में कोई भी ढीलापन नहीं रखना चाहते। इसलिए उन्हें अन्य कैदियों से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है।
संजय दत्त को सजा के लिए 22 मई को यरवदा जेल लाया गया, जिस ऐतिहासिक जेल भी कहा जाता है क्योंकि यहां कभी महात्मा गांधी स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कैद रहे थे।