विकास की नौकरी और बेवकूफ गधा

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विकास जिस ऑफिस में काम करता था उसमें ऐसे लोग भी थे जो विकास के अच्छे काम से बहुत चिढ़ते थे| एक दिन जब विकास खाना खा रहा था| तो उसे अपने पीछे वाली टेबल पर कुछ फुसफुसाहट सुनाई दी| टेबल के बीच में लकड़ी की एक दीवार थी|

विकास कान लगाकर सुनने लगा| उसने सुना कि उसके ऑफिस के 2 लोग प्रमोशन के बारे में कुछ बात कर रहे हैं| उसमें से एक ने कहा इस बार वह चाहे जो भी कर ले उसे प्रमोशन नहीं लेने दूंगा|

दूसरा बोला लेकिन ऐसा क्यों? इस पर पहला बोला, बॉस ने कहा है कि वह अगले महीने तक विकास को कोई ना कोई बहाना बनाकर बाहर निकाल देंगे|

अब विकास जल्दी-जल्दी खाना खा अपना काम करने लगा एक हफ्ता बीत गया| एक दिन बॉस ने विकास को अपने कमरे में बुलाया और और उससे पूछा:- विकास, आजकल तुम्हारे काम की speed कुछ कम हो गई है ऐसा क्यों है? क्या कोई खास बात है?

विकास को लगा कि अपने बारे में जो कुछ मैंने सुना था वह बात अब सच होने जा रही है| विकास बोला, सर, मुझे पता है कि आप मुझे कंपनी से निकालना चाहते हैं|

विकास की इस बात को सुनकर बहुत परेशान हो गए और उन्होंने पूछा, यह बात तुम्हारे दिमाग में किसने डाली कि कंपनी तुमको निकालना चाहती है| विकास ने पूरी घटना अपने बॉस को सुनाई| बॉस बोले, तुम्हें एक कहानी सुनाता हूं|

जंगल में एक गधा रहता था औरवह शेर का बहुत अच्छा मित्र था| शेर हर रोज एक जानवर को खा जाता था लेकिन क्योंकि गधा उसका दोस्त था इसलिए शेर उसकी तरफ कभी भी नहीं देखता था|

लोमड़ी को यह बात हजम नहीं होती थी| एक दिन जब गधा एक पेड़ के नीचे आराम कर रहा था तो लोमड़ी और खरगोश पेड़ के पीछे जाकर बात करने लगे|

अब गधे से रहा नहीं गया| गधा उनकी बातें सुनने लगा| लोमड़ी बोली, पता है, गधा अभी तक कुंवारा क्यों हैं?
क्योंकि जो भी गधी जंगल में आती है शेर उसे खा जाता है|

गधे को इस बात से बड़ी ठेस पहुंची| लोमड़ी की वजह से गधे और शेर के बीच में दरार आ गई थी| एक दिन जब शेर अपने शिकार पर निकला तो गधा उससे जाकर बैठ गया और बोला मैं तुम्हें शिकार नहीं करने दूंगा |शेर ने उसे बहुत समझाया लेकिन गधा नहीं समझा|आखिरकार बेचारा गधा शेर का शिकार बन गया|

बॉस हंसते हुए बोले, देखो विकास, लोमड़ी हर जगह मिलेगी, जो तुम्हारे काम को, तुम्हारे रिश्ते को खराब करने की कोशिश करेगी| यह तुम्हें तय करना है कि तुम क्या करोगे|