भले ही न्यूज़ीलैंड ने लंकाई टीम को एक विकेट से मात देकर मैच पर कब्ज़ा कर लिया। लेकिन मैच को रोमांचक बनाया रफ्तार के सौदागर मलिंगा ने। मलिंगा की गेंदो के सामने किवी बल्लेबाज़ बेबस ही नज़र आए।श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच खेला गया लो स्कोरिंग मुकाबला अगर रोमांचक मोड पर पहुंचा तो उसकी अहम वजह रही लसित मलिंगा। अपनी रफ्तार से विरोधियों के पसीने छुडाने… भले ही न्यूज़ीलैंड ने लंकाई टीम को एक विकेट से मात देकर मैच पर कब्ज़ा कर लिया। लेकिन मैच को रोमांचक बनाया रफ्तार के सौदागर मलिंगा ने। मलिंगा की गेंदो के सामने किवी बल्लेबाज़ बेबस ही नज़र आए।श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के बीच खेला गया लो स्कोरिंग मुकाबला अगर रोमांचक मोड पर पहुंचा तो उसकी अहम वजह रही लसित मलिंगा। अपनी रफ्तार से विरोधियों के पसीने छुडाने वाले मलिंगा ने एक समय किवी टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। हांलाकी ओवर खत्म होने की वजह से मलिंगा अपनी टीम को जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो सके, लेकिन मलिंगा ने किवी टीम की होश फाख्ता जरूर कर दिए। मलिंगा ने 10 ओवर गेंदबाज़ी करके 34 रन दिए औऱ 4 विकेट अपने नाम किए।मलिंगा ने बांधी उम्मीदअपनी कहर बरपाती गेंदो से मलिंगा ने अपना पहला शिकार बनाया विलियमसन को। विलियमसन को मलिंगा ने 48 रन पर चलता कर श्रीलंकाई खेमें में उम्मीद की किरण जगा दी। किवी टीम के स्कोरकॉर्ड में 12 रन ही जुडे थे कि मलिंगा ने विटोरी को आउट कर किया अपना दूसरा शिकार। लेकिन मलिंगा का असली जादू देखने के लिए मिला 30वें और 32 वें ओवर में। मलिंगा ने इन दो ओवरों में किवी टीम के विस्फोटक बल्लेबाज़ ब्रैंडन मैक्कुलम को बोल्ड कर किवी खेमें में बैचेनी फैला दी तो अगले ही ओवर में नाथन मैक्कुलम को एलबीडबल्यू कर बता दिया की लंकाई टीम आसानी से मैच को छोडने वाली नहीं है। लेकिन मलिंगा के कोटे के 10 ओवर पूरे होने के साथ लंकाई टीम की जीत की कहानी भी अधूरी रह गयी। और किवी टीम ने एक विकेट रहते इस मैच को जीत गयी भले ही मैच का नतीजा किवी टीम के पक्ष में गया हो लेकिन मलिंगा के 10 ओवरों ने चैंपियंस ट्रॉफी के आखिरी सीज़न को पहला रोमांचक मुकाबला दे दिया।