बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने दिल्ली में एक सभा को संबोधित करते हुए इशारों ही इशारों में लालकृष्ण आडवाणी पर हमला बोलते हुए कहा कि नेता बड़ा नहीं होता, उसका दिल बड़ा होता है।
हालांकि राजनाथ सिंह ने यह साफ नहीं किया कि उनके निशाने पर कौन था लेकिन हाल में हुए विवादों से तो ऐसा ही लगता है कि उनके निशाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी हो सक…
बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने दिल्ली में एक सभा को संबोधित करते हुए इशारों ही इशारों में लालकृष्ण आडवाणी पर हमला बोलते हुए कहा कि नेता बड़ा नहीं होता, उसका दिल बड़ा होता है।
हालांकि राजनाथ सिंह ने यह साफ नहीं किया कि उनके निशाने पर कौन था लेकिन हाल में हुए विवादों से तो ऐसा ही लगता है कि उनके निशाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी हो सकते हैं। राजनाथ ने अपने भाषण में गोवा में अनुराग ठाकुर की उस टिप्पणी को भी सही बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि बड़े और लोकप्रिय नेता में फर्क होता है।
इसी के साथ बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कोई भी नेता कड़ी साधना और प्रयत्न के साथ ही बड़ा हो सकता है लेकिन अगर उसका दिल छोड़ा है तो वह किसी भी हाल में बड़ा नहीं हो सकता। इस मौके पर राजनाथ ने अटल जी की कविता का भी सहारा लिया जिसमें कहा गया है ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।’
खैर राजनाथ ने अपने इस भाषण में किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि वह किसके लिए इस तरह का कटाक्ष कर रहे हैं क्योंकि अनुराग ठाकुर ने गोवा में हुई बीजेपी की सभा में खुलकर नरेंद्र मोदी का समर्थन किया था और अब राजनाथ सिंह ने उन्हें सही ठहराया तो बात एकदम साफ है कि वह आडवाणी के फैसले पर खुश नहीं है।
इसका कारण यह भी हो सकता है कि लालकृष्ण के इस्तीफे के बाद राजनाथ उन्हें मनाने के लिए पहुंचे थे लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी जिसके बाद राजनाथ ने सभी बातों को बीच में ही छोड़कर राजस्थान का दौरा किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजनाथ इसलिए भी खफा हैं कि आडवाणी ने उनके कहने पर इस्तीफा वापस नहीं लिया जबकि बीजेपी के दूसरे नेताओं के कहने पर ऐसा कदम उठाया।