मंगलवार को कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने जिला पशु चिकित्सा विभाग द्वारा आनंद कॉलोनी में संचालित पशु पॉलीक्लिनिक का निरीक्षण किया। इस दौरान उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉक्टर ए.के. राणा भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने पालीक्लिनिक निरीक्षण के दौरान वर्षा ऋतु में पानी रिसाव की समस्या के हल हेतु भवन की छत पर वाटर प्रूफिंग करवाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने पालीक्लिनिक के पास ही आवारा श्वानों के बंध्याकरण कार्य हेतु अस्थाई केंद्र बनाने के निर्देश उपसंचालक को दिए। इस दौरान डॉक्टर संगीता जैन, डॉक्टर शैलेंद्र भंडारी, डॉक्टर चेतन डावर, सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी श्री आर.एस. भार्गव, श्री हरीश शर्मा, श्री जे.सी. राठौर, श्री राठौर, श्री एम.एस. चौहान भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि पशु पाली क्लिनिक वर्तमान में प्रातः 7:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक पशुओं के उपचार की सुविधा प्रदान कर रहा है। यहां महीने में 15 से 20 शल्यक्रिया हो जाती है, प्रतिदिन करीब 70 से 80 पशुओं का उपचार होता है। यहां विभिन्न प्रकार की जांच हेतु मशीनें भी शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं। सोनोग्राफी की सुविधा प्रातः 7:00 बजे से 11:00 बजे तक और शाम 5:00 बजे से 6:00 बजे तक उपलब्ध है। पशुओं के रक्त की जांच बायोकेमिकल एनालाइजर द्वारा की जाती है। पशु किडनी लिवर की जांच भी होती है। रिपोर्ट पशुपालक को हाथो हाथ दी जाती है। पशुओं के मल-मूत्र नमूनों की जांच भी की जाती है। जिले के सभी पशु चिकित्सालय से प्राप्त रक्त का मल-मूत्र नमूनों की जांच की जा रही है। परीक्षण रिपोर्ट तुरंत ईमेल संबंधित पशु चिकित्सालय को किया जाता है। फरवरी माह में 936 रक्त और मल-मूत्र नमूनों का परीक्षण कर रिपोर्ट संबंधित पशुपालक को दी गई है।
कलेक्टर स्कूल में भी पहुंची
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा पशु चिकित्सा कार्यालय परिसर के समीप स्थित प्राथमिक शाला में बच्चों की शैक्षणिक व्यवस्था का जायजा भी लिया, अध्ययनरत बच्चों से चर्चा की।