कमलनाथ की सरकार अपने अंतर्विरोधों के कारण गिरी: शिवराज सिंह चौहान

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मध्य प्रदेश में कई दिनों से चल रहे सियासी नाटक कमलनाथ सरकार की विदाई के बाद थम गया. सीएम कमलनाथ ने आखिरकार पद से इस्तीफा देकर राज्य में बीजेपी की सरकार बनाने का रास्ता साफ कर दिया. कमलनाथ सरकार के गिरने और आगे बीजेपी की सरकार बनने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि जब विधानसभा चुनाव के परिणाम आए तब सीटों का अंतर ज्यादा ज्यादा नहीं था.

उन्होंने कहा, सरकार बनाने के मत में होते तो हम पहले ही सरकार बना सकते थे, लेकिन हमें तब वोट ज्यादा मिला और सीटें कम मिलीं तो हमने तय किया कि कांग्रेस ही सरकार चलाए. हमने सरकार को अस्थिर करने की कोशिश नहीं की.

उन्होंने कहा कि बहुमत तो कांग्रेस के पास भी नहीं था, लेकिन हमने तय किया कि सरकार अस्थिर नहीं करेंगे और ना सरकार गिराएंगे. मगर कांग्रेस के अपने अंतर्विरोधों से अगर सरकार गिर जाए तो हम क्या कर सकते हैं.

‘उनका अपना घर नहीं संभला तो हम क्या करें’
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, अगर सरकार गिरी है, तो यह कांग्रेस के अंतर्विरोध के कारण ही गिरी है. उनका परफॉर्मेंस बहुत खराब था. कांग्रेस के लोग ही असंतुष्ट हो गए. जनता त्रस्त और परेशान हो गई. वादे नहीं निभा और हमारी सरकार की सारी योजनाएं बंद कर दी. अगर उनका अपना ही घर नहीं संभला तो हम क्या कर सकते थे.

22 विधायकों के बंधक बनाने पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा, इससे बड़ा मजाक क्या हो सकता है कि आज के युग में भी कोई किसी को बंधक बना सकता है. विधायकों को कई बार अपने विचार व्यक्त किए, लेकिन उन्होंने कहा कि हम अपनी मर्जी से आए हैं. बीजेपी सरकार बनने के बारे में शिवराज सिंह चौहान का कहना कि सब अच्छा होगा. पार्टी तय करेगी और भारतीय जनता पार्टी जो फैसला करेगी उसको लेकर आगे बढ़ेंगे.