भारत ने भेजी मदद, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बोले- शुक्रिया पीएम मोदी

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कोरोना संकट के बीच मदद मुहैया कराये जाने पर अफगानिस्तान ने भारत का आभार जताया है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. अशरफ गनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया अदा करते हुए ट्वीट किया है. वहीं पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान इतिहास, भूगोल और संस्कृति के संबंधों के आधार पर एक विशेष मित्रता साझा करते हैं.

पीएम मोदी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से कहा, ‘भारत और अफगानिस्तान इतिहास, भूगोल और संस्कृति के संबंधों के आधार पर एक विशेष मित्रता साझा करते हैं. लंबे समय से, हमने आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त रूप से लड़ाई लड़ी है. हम इसी तरह एकजुटता और साझा संकल्प के साथ COVID-19 का मुकाबला करेंगे.’

इससे पहले, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने ट्वीट किया, ‘मेरे मित्र पीएम नरेंद्र मोदी और भारत का शुक्रिया. हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की पांच लाख टैबलेट, पैरासिटामोल की 1 लाख टैबलेट और 75000 मीट्रिक टन गेहूं उपलब्ध कराने के लिए भारत को धन्यवाद देते हैं. अफगान लोगों के लिए इसकी पहली खेप एक दिन में यहां पहुंच जाएगी.’

भारत इनकी कर रहा मदद
बता दें कि भारत कोरोना की महामारी से निपटने में दुनिया के कई देशों की मदद कर रहा है. भारत 55 देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की आपूर्ति कर रहा है. इनमें अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, मॉरीशस, सेशेल्स, श्रीलंका, डोमिनिकन गणराज्य, मेडागास्कर, म्यांमार, जाम्बिया, युगांडा, बुर्किना फासो, नाइजर, माली, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो, मिस्र, आर्मेनिया, कजाकिस्तान, इक्वाडोर, जमैका, जमैका मार्शल आइलैंड्स, सीरिया, यूक्रेन, इस्वातिनी, चाड, रिपब्लिक ऑफ कांगो, सेनेगल, सिएरा लियोन, जिम्बाब्वे, फ्रांस, जॉर्डन, केन्या, नीदरलैंड्स, नाइजीरिया, ओमान, पेरू, फिलीपींस, रूस, स्लोवेनिया, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया, संयुक्त अरब अमीरात, उजबेकिस्तान , उरुग्वे, कोलंबिया, अल्जीरिया, बहामास, बोलीविया, गुयाना, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देश शामिल हैं.

सेल्फ आइसोलेशन में अशरफ गनी
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में काम करने वाले 20 कर्मचारियों में कोरोना वायरस के संक्रमण की खबर है. समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर यह जानकारी दी है. अधिकारी ने खबर की पुष्टि इसलिए नहीं की क्योंकि वह इसके लिए अधिकृत नहीं है.

अभी यह साफ नहीं है कि इन स्टाफ के संपर्क में राष्ट्रपति अशरफ गनी आए हैं या नहीं. अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने कोई जांच कराई है या नहीं. अफगानी राष्ट्रपति भवन ने इस पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अशरफ गनी फिलहाल सेल्फ आइसोलेशन में हैं. हालांकि हर दिन वे कुछ सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक करते हैं. बता दें, गनी की उम्र 70 साल है और वे पूर्व में कैंसर का इलाज करा कर ठीक हो चुके हैं. लिहाजा वे कोरोना के अति जोखिम वाली श्रेणी में हैं.