कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा नगर निगम कार्यालय पहुंचकर शहर में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि पेयजल आपूर्ति व्यवस्था चाक-चौबंद रहे जहां पाइप लाइन या अन्य उपकरण मरम्मत की आवश्यकता हो तत्काल कार्य किया जाए। बैठक में निगमायुक्त श्री एस.के. सिंह तथा निगम के इंजीनियर से उपस्थित थे।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि शहर में जहां भी पानी की आपूर्ति के संबंध में कोई भी समस्या आती है तत्काल निदान सुनिश्चित करें। जहां पाइप लाइन में टूट-फूट या लिकेज हो रही है, दुरुस्ती की जाए। ऐसी पाइप लाइन चिन्हांकित कर ली जाए। बरबड़ क्षेत्र में परिवारों को पानी उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम की पाइप लाइन तत्काल जोड़ी जाए। शहर के ईश्वर नगर, प्रकाश नगर, खेतलपुर आदि क्षेत्र जहां आंशिक रूप से पेयजल आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है वहां आवश्यक मरम्मत तथा अन्य व्यवस्थाएं समयबद्ध रूप से प्राथमिकता के साथ की जाएं। बताया गया कि नगर निगम द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में परिवहन के लिए ट्रैक्टर की निविदाएं भी जारी की है। कलेक्टर द्वारा पाइप लाइंस में लीकेज समस्या के निराकरण हेतु 25 मजदूरों का प्रबंधन पूर्णकालिक रूप से करने के निर्देश दिए। निगम के पास पूर्व से 20 मजदूरों की व्यवस्था है।
बताया गया कि रतलाम शहर के प्रमुख पेयजल स्त्रोत धोलावाड़ में वर्तमान जलभराव 385.3 मीटर है जबकि गत वर्ष 384 मीटर था इसके अलावा नगर निगम के 750 ट्यूबवेल तथा 550 हैंडपंप चालू है। आगामी 30 मई तक बगैर पंप संचालित किए धोलावाड़ से जलापूर्ति हो सकेगी। कलेक्टर ने कोरोना वायरस से बचाव के दृष्टिगत निगमायुक्त को निर्देशित किया कि शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर हाथ धोने की व्यवस्था की जाए, स्थलों पर लिक्विड साबुन उपलब्ध कराया जाए। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सार्वजनिक शौचालय के अलावा बाजार के चौराहों सार्वजनिक स्थलों पर भी हाथ धुलाई की व्यवस्था की जाएगी। ऐसे कम से कम 20 स्थल चिन्हित किए जाएंगे। इसके साथ ही कलेक्टर द्वारा नगर निगम के सार्वजनिक प्याऊ तथा जल आपूर्ति के लिए बनाई गई टंकियों की सफाई और क्लोरिनेशन अभियान के रूप में करने के निर्देश दिए। साथ ही नगर निगम के वाटर टैंकर की सफाई क्लोरिनेशन और सतह पर रेड ऑक्साइड पेंट करने के निर्देश भी दिए।