कभी-कभार जरूरी मीटिंग लम्बी चल जाती है तो कभी रास्ते में उपयुक्त स्थान ना होने के कारण या फिर कभी किसी अन्य मजबूरी के कारण अगर आप भी अपना यूरीन ज्यादा समय के लिए रोक लेते हैं तो आपको समझना चाहिए कि ये आपके लिए एक बड़ी परेशानी पैदा कर सकता है।
यूरीन शरीर की सामान्य प्रक्रिया है, जिसे महसूस होने पर एक से दो मिनट के अंदर निकाल देना चाहिए। पसीने की तरह यूरीन के माध्यम से भी शरीर के गैर जरूरी तत्व बाहर निकलते हैं।यदि वह थोड़े समय भी अधिक शरीर में रहते हैं तो संक्रमण शुरू हो जाता है।विशेषकर महिलाएं जो अपना यूरीन ज्यादा लंबे समय तक रोकती हैं उन्हें यूरीन इंफेक्शन यानि मूत्र संक्रमण होने का खतरा है जिसे अंग्रेजी में यूटीआई भी कहा जाता है।
यूरीन रोकने से होने वाली परेशानियां :-
1.यह एक बेहद खतरनाक ब्लैडर सिंड्रोम है, जिसकी वजह से यूरीन भंडार, जिसे ब्लैडर कहा जाता है, में सूजन होने लगती है।
2.इस तरह संक्रमण से पीड़ित लोगों को यूरीन बार-बार जाना पड़ता है लेकिन यूरीन की मात्रा बेहद कम होती है। आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन इन लोगों को दिन में 60 बार तक यूरीन जाना पड़ता है।
3.रक्त में फैले विषैले पदार्थों और अवशेषों को फिल्टर ना कर पाने की वजह से किडनी में समस्या उत्पन्न होने लगती है, जो आगे चलकर किडनी फेलियर तक पहुंच सकती है। यूरीन में किसी भी तरह का इंफेक्शन सीधे किडनी पर असर डालता है।
4.अगर आप बहुत देर तक अगर अपना यूरीन रोककर रखते हैं तो आपने नोटिस किया होगा आपके यूरीन का रंग भी गहरा हो जाता है। अगर ऐसा होता है तो यह स्पष्ट इशारा करता है कि आपका शरीर संक्रमण के घेरे में आ रहा है।
5.अगर दबाव के बाद भी आप यूरीन को शरीर से बाहर नहीं निकालते तो यह वापस किडनी की ओर जाने लगता है, इसे रिटेंशन ऑफ किडनी कहा जाता है।