अगर आप अपनी जिंदगी में फेल हो गए हैं। अब उनके पास कुछ भी नहीं बचा है और वो जीवन में कभी सफलता हासिल नहीं कर पाते है। इस वजह से उन्हें निराशा, उदासी या अकेलापन महसूस होने लगता है और उनमें जीवन से मुक्ति पाने की भावना जागृत होती है। अगर आपके मन में भी ऐसी ही कोई कशमश चल रही है तो तुरंत उसे किसी के साथ बांटें।
क्यों आती है आत्महत्या की भावना:
- परीक्षा में फेल हो जाने पर लोग अक्सर इस सदमें को बर्दाश्त नहीं कर पाते और आत्महत्या करना चाहते हैं।
- किसी अपने की मौत या फिर उसके हमेशा के लिए इस दुनिया से चले जाने का दुख कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पाते और उन्हें लगता है कि आत्महत्या ही एक मात्र उपाय है।
- किसी का रिश्ता टूट जाने या फिर तलाक हो जाने पर उन्हें लगता है कि आत्महत्या कर लेनी चाहिए।
- रिश्तों में किसी प्रकार की समस्या होने पर कुछ लोग सामंजस्य नहीं बैठा पाते और आत्महत्या का मन बना लेते हैं।
- किसी प्रकार के दुर्व्यवहार होने पर लोगों को अपनी बेइज्जती महसूस होती है और आत्महत्या के बारे में सोचने लगते हैं।
- व्यापार या नौकरी में कोई घाटा होने पर भी लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर पाते और आत्महत्या को अंतिम उपाय मान लेते हैं।