हिन्दू धर्म में मूर्ति पूजा का खास महत्व है। आपने देखा होगा भगवान शिव के शिवलिंग पर तीन रेखाएं बनी होती है जिनका मतलब शायद ही किसी को पता हो अक्सर आपने साधु-संत पंडितों के माथे पर इस रेखा को देखा होगा भस्म से बनी ये रेखाएं त्रिपुंड कहलाती हैं।
क्यों बनी होती हैं सफेद रेखाएं
भस्म की तरह बनी इन रेखाओं का संबंध शिव और 27 अन्य देवों के साथ जुड़ा हुआ है यह त्रिपुंड हाथ की तीन रेखाओं से बनाया जाता है तीन रेखाओं में से हर एक रेखा में 9 देवों का वास होता है। इसे मस्तक, ललाट, कान, आंखें, कोहनी, कलाई, ह्रदय, आदि पर लगाया जाता है।
मस्तक में शिव, केश में चंद्रमा, कानों में रुद्र और मुख में ब्रह्मा-गणेश और दोनों भुजाओं में विष्णु-लक्ष्मी, ह्रदय में शंभू, नाभि में प्रजापति, दोनों उरुओं में नाग, नागकन्याएं, घुटनों में ऋषि कन्याएं, पैरों में समुद्र और विशाल पुष्ठभाग में सभी देवता तीर्थ देवता के रूप में मनुष्य के शरीर में वास करते हैं।