शेख चिल्ली बहुत ही महशूर हो गया था और दूर-दूर से लोग मिले आया करते थे, क्योकि शेख चिल्ली ने एक बार डॉक्टर की दुकान खोली थी, एक मरीज शेख चिल्ली के पास आया और बोले की पेट में बहुत तेज दर्द है, ऐसी दवाई दे दो की पेट दर्द ठीक हो जाए.
शेख चिल्ली ने उसके पेट में अपने कान लगा कर सुना, और कुछ देर बाद बोला की क्या खाया था रात को तुमने जो पेट में दर्द हो गया . वो बोला की कुछ ख़ास नहीं बस रोटी और दाल ही खायी थी . शेख चिल्ली ने कहा – तो ठीक है, में तुम्हे दवाई बनाकर देता हूँ, दर्द जल्दी ही ठीक हो जाएगा .
शेख चिल्ली अंदर जाता है और कुछ अजीब सी दवाई बना कर लता है, और कहता है की इसे पी लेना और दर्द ठीक हो जाएगा . इस तरह बहुत से मरीजों को दवाई देता है, अगले दिन सुबह वो ही मरीज फिर से आते है और कहते है की कुछ फर्क तो पड़ा नहीं और नयी बीमारी हो गयी है .
जिसके पेट में दर्द होता है वो कहता है की पेट का दर्द, सर दर्द में बदल गया . शेख चिल्ली कहता है की देखा, दवाई असर कर रही है . मरीज कहता है की, क्या आपको नहीं पता नहीं की दवाई असर कर रही है या नहीं ? , शेख चिल्ली कहता है मुझे थोड़े ही पता होगा , ये तो पता जब चलता है जब इसका असर किसी मरीज पर दिखाई दे . अब उस मरीज को बहुत तेज गुस्सा आ गया और उसने उसे पीटना शुरू कर दिया .
शेख चिल्ली वह से भाग गया और अगले गांव में पहुंचा. वहां पर किसी का जानवर बीमार था और शेख चिल्ली ने डॉक्टर के कपडे पहने हुए थे, वह लोग कहने लगे की आप इस जानवर यानि हमारे बेल का इलाज कर दीजिये, ये कल से उठ नहीं पा रहा है. शेख चिल्ली ने कहा की इसे तो में दो मिनट में खड़ा कर दूगा. सभी लोग कहने लगे ये डॉक्टर है या जादूगर जो 2 दिन से नहीं उठा वह दो मिनट में उठ जाएगा, वाह ये तो कमाल हो जाएगा.
शेख चिल्ली ने कहा की सब पीछे हठ जाए अब ये खड़ा होने वाला है, सभी पूछने लगे आपने इसे क्या दवाई दी है ? शेख चिल्ली कहता है इस दवाई का नाम है सुपर फ़ास्ट और ये मेने आज ही बनाई है. थोड़ी देर बाद वाकई बेल खड़ा हो गया और नाचने लगा , अब लोग पूछने लगे की ये नाच क्यों रहा है ? शेख चिल्ली ने कहा, अरे तुम्हे इतना भी नहीं पता ये खुशियों के कारण नाच रहा है, अब ठीक हो गया है ना इसलिए. सभी लोग हां में हां मिलाने लगे , शेख चिल्ली यही सोच रहा था चलो ये दवाई किसी जानवर के काम तो आयी, नहीं तो इंसान तो बस मेरे ही पीछे लगा रहता है की कब में दिखू और वो मुझे पीटे.
बेल की नाचने की स्पीड इतनी थी की दो चार लोग को वो टक्कर मार चुका था और थक कर वो फिर बैठ गया. अरे डॉक्टर जी ये फिर बैठ गया ऐसा क्यों ? शेख चिल्ली कहने लगा की अब क्या वो नाचकर थकेगा भी नहीं, ज्यादा देर तुम भी नाचोगे तो ऐसा ही होगा ना, अब शेख चिली ने दो दिन की दवाई दी और कहा की जब भी नाचना बंद करे तभी दे देना फिर काम पर लग जाएगा.
अब बेल को अगली खुराक दी गयी और बेल ने देखा की ये तो मुझे नचा-नचा मर देगा, पहले इसे ही ठीक किया जाए और वह शेख चिल्ली के पीछे भागा. अब शेख चिल्ली समझ गया, लगता है इसे भी पता चल गया की दवाई टेस्ट करने के लिए दी गयी है, और शेख चिल्ली वहा से भाग गया।