तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है. सोमवार को द्रमुक पार्टी के अध्यक्ष एमके स्टालिन ने वादा किया कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है, तो वो यहां न नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA लागू होने देंगे और न ही कृषि कानून. उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक (AIADMK) और पीएमके की वजह से ही लोकसभा में CAA और कृषि कानून पास हो पाए हैं.
स्टालिन ने ये बाकें तिरुपत्थुर में एक रैली में कही. उन्होंने कहा, “लोकसभा में 125 सांसदों ने CAA का समर्थन किया. कांग्रेस और डीएमके समेत 105 सांसद इस बिल के खिलाफ थे. अगर AIADMK और पीएमके सांसदों ने इस बिल के खिलाफ वोटिंग की होती, तो ये कानून कभी पास नहीं हो पाता. इसलिए मैं खुलकर AIADMK और पीएमके को इसके लिए दोषी मानता हूं. उनकी वजह से ही अल्पसंख्यकों को इतनी परेशानी झेलनी पड़ रही है.”
स्टालिन ने कहा कि लोकसभा में CAA का सपोर्ट करने के बाद, अब AIADMK ने अपने घोषणापत्र में वादा किया है कि वो भाजपा सरकार पर इस कानून को वापस लेने का दबाव बनाएगी. इससे पार्टी की मंशा का पता चलता है. स्टालिन ने ये भी कहा कि AIADMK ने घोषणापत्र में तीनों कृषि कानूनों को राज्य में लागू करने की बात की है. ये कानून किसानों की बर्बादी के लिए हैं.
उन्होंने कहा, “पंजाब, केरल और पश्चिम बंगाल ने इन तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास किया. क्या ई. पलानीसामी (तमिलनाडु के मुख्यमंत्री) ने ऐसा किया? अगर हमारी सरकार बनती है, तो हम सबसे पहले इन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव लेकर आएंगे, ये हमारा वादा है.”
तमिलनाडु में 6 अप्रैल को वोटिंग
तमिलनाडु की 234 विधानसभा सीटों के लिए 6 अप्रैल को एक ही फेज में वोटिंग होगी. यहां बहुमत के लिए 118 सीटें जीतना जरूरी है. 2016 में AIADMK ने 134 सीटें जीतक सरकार बनाई थी. डीएमके को 97 सीटें मिली थीं.