जनसंख्या स्थिरता माह के संबंध में अंतर विभागीय बैठक आयोजित की गई

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जनसंख्या स्थिरता माह 11 जुलाई से 11 अगस्त के संदर्भ में  अंतर विभागीय समन्वय बैठक कलेक्टर सभा कक्ष में आयोजित की गई बताया गया कि इस वर्ष परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत विकसित भारत की नई पहचान परिवार नियोजन हर दंपति की शान, नारा निर्धारित किया गया है कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने निर्देश दिए कि सभी लक्ष्य दंपतियों को उनकी इच्छा के अनुसार परिवार कल्याण के साधन प्रदान किए जाए। परिवार कल्याण कार्यक्रम के माध्यम से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकती है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आनंद चंदेलकर ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत अस्थाई साधनों के रूप में माला एन, निरोध ,छाया साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली, तीन माह में लगने वाला अंतरा इंजेक्शन, आईयूसीडी, पिपी आई यू सभी स्वास्थ्य केंद्रो पर निशुल्क उपलब्ध है इसी प्रकार स्थाई साधन के रूप में प्रसव पश्चात नसबंदी, महिला नसबंदी, पुरुष नसबंदी की सेवाएं प्रदान की जा रही है।

 

पुरुष नसबंदी कराने वाले हितग्राही को 3000 रुपए तथा प्रेरक को 400 रुपए रुपए दिए जाते हैं। प्रस्ताव पश्चात नसबंदी करने वाली हितग्राही महिला को 3000रुपए रुपए तथा प्रेरक को 400रुपए रुपए दिए जाते हैं। सामान्य महिला नसबंदी कराने पर हितग्राही को 2000 रुपए तथा प्रेरक को 300 रुपए की राशि प्रदान की जाती है प्रेरक के रूप में कोई भी व्यक्ति हो सकता है। अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर 100 रुपए की राशि हितग्राही महिला को तथा 100 रुपए की राशि प्रेरक को प्रदान की जाती है इसी प्रकार पीपी आईयूसीडी लगवाने वाली महिला को 300 रुपए तथा प्रेरक को 150 रुपए की राशि प्रदान की जाती हैं।

 

कलेक्टर श्री बाथम ने निर्देश दिए कि पुरुष नसबंदी के मामले में प्रेरक की राशि 1000 रुपए करने के लिए प्रस्ताव राज्य कार्यालय को प्रेषित करें ताकि ज्यादा संख्या में पुरुषों की सहभागिता सुनिश्चित हो सके।

बैठक में उपस्थित पी एस आई इंडिया की सिटी मैनेजर सूची भारती रावत ने सभी विभाग प्रमुखों से परिवार कल्याण के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार करने की बात कही बताया गया कि कन्या का विवाह 19 वर्ष की आयु में, पहला बच्चा शादी के 2 साल बाद, दूसरा बच्चा पहले बच्चे के 3 साल बाद और उसके बाद स्थाई साधन के रूप में नसबंदी अपनाना चाहिए। परिवार नियोजन के अनेक उपायों में से कोई भी एक उपाय अपनाया जा सकता है।

बैठक में निगम आयुक्त श्री हिमांशु भट्ट, महिला बाल विकास अधिकारी श्री रजनीश सिन्हा, जिला योजना अधिकारी श्री बीके पाटीदार, सिविल सर्जन डॉ एम एस सागर, पीओ डूडा श्री अरुण पाठक, शिक्षा अधिकारी श्री केसी शर्मा, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग श्रीमती रंजना सिंह, उपसंचालक सामाजिक न्याय श्रीमती संध्या शर्मा, डीपीएम डॉ अजहर अली, उपसंचालक कृषि श्रीमती नीलम सिंह चौहान, एपीएम श्रीमती हीना मकरानी, जन अभियान परिषद जिला श्री रत्नेश विजयवर्गीय, स्वास्थ्य विभाग के मीडिया अधिकारी श्री आशीष चौरसिया, बीएमओ डॉ हिमांशु राव, डॉ एस एल खराड़ी, डॉक्टर पीसी कोली, डॉ संध्या बेलसरे सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।