जॉन अब्राहम नहीं, पटकथा है मद्रास कैफे का हीरो: शूजीत

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शूजीत सिरकर का कहना है कि उनकी आगामी फिल्म मद्रास कैफे का असली सितारा जॉन अब्राहम नहीं बल्कि फिल्म की पटकथा है। जॉन इस जासूसी फिल्म में मुख्य भूमिका में है।

शूजीत ने बताया, अपनी फिल्म से मैं संतुष्ट हूं। मैं फिल्म की पटकथा को अपना सितारा मानता हूं और इस फिल्म में भी सितारा जॉन नहीं है बल्कि फिल्म की कहानी है। सिर्फ सलमान खान की फिल्में इस फंडे को नह…

जॉन अब्राहम नहीं, पटकथा है मद्रास कैफे का हीरो: शूजीत

शूजीत सिरकर का कहना है कि उनकी आगामी फिल्म मद्रास कैफे का असली सितारा जॉन अब्राहम नहीं बल्कि फिल्म की पटकथा है। जॉन इस जासूसी फिल्म में मुख्य भूमिका में है।

शूजीत ने बताया, अपनी फिल्म से मैं संतुष्ट हूं। मैं फिल्म की पटकथा को अपना सितारा मानता हूं और इस फिल्म में भी सितारा जॉन नहीं है बल्कि फिल्म की कहानी है। सिर्फ सलमान खान की फिल्में इस फंडे को नहीं मानती हैं।

गौरतलब है इस फिल्म में रॉ एजेंट की भूमिका निभा रहे जॉन ने शूजीत के साथ इस फिल्म का निर्माण भी किया है। विकी डोनर की सफलता के बाद यह एकसाथ उनकी दूसरी फिल्म है।

शूजीत ने कहा, जॉन और मैं अपनी हर फिल्म के लिए एक टीम की तरह काम करते हैं। हम एक ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां फिल्म का विषय महत्वपूर्ण हो। हमारी फिल्म उसके विषय के दम पर चलनी चाहिए। मद्रास कैफे में मैंने जॉन को एक साधारण सा दिखने वाला लड़का बनाया है।   

आगामी 23 अगस्त को प्रदर्शित होने वाली इस फिल्म की तुलना हॉलीवुड की ऑस्कर विजेता फिल्म आर्गो से की जा रही है। आर्गो में वर्ष 1979 के ईरान बंधक संकट के दौरान सीआईए की भूमिका के बारे में बताया गया था। इसके अलावा इसकी तुलना हॉलीवुड की फिल्मों बॉडी ऑफ लाईज और जेम्स बॉण्ड की श्रृंखला से की जा रही है लेकिन शूजीत इससे इंकार करते हैं।

उन्होंने कहा, मेरी फिल्म एक रॉ एजेंट के बारे में है। यह बताती है कि संवेदनशील परिस्थितियों में एक समझदार अधिकारी किस तरह काम करता है। यह फिल्म किसी भी जासूसी फिल्म जैसी ही दिखती है लेकिन हम यह नहीं कह सकते कि यह आर्गो या जेम्स बॉण्ड फिल्म है। यह दुस्साहसी करतबों के बारे में नहीं है। यह खुफिया अभियानों के काम करने के तरीके पर बनी एक सरल सी फिल्म है।

शूजीत कहते हैं कि वे इस फिल्म को विकी डोनर से पहले बनाना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने पूरा शोध किया है। उन्होंने कहा, मेरे पास यह कहानी पिछले पांच साल से है। मैंने इसे विकी डोनर से पहले लिखा था लेकिन मैं इसे लेकर पूरा आश्वस्त नहीं था।

उन्होंने आगे कहा, मैंने यह कहानी जॉन को दिखाई और उसे यह वाकई पसंद आई। फिर हमने इस पर काम करने का फैसला किया। मेरे पास फिल्में बनाने का कोई फार्मूला नहीं है। मैंने इन मसलों पर पूरा शोध किया है।

टीवी पर आने वाले कई चर्चित विज्ञापनों का निर्देशन कर चुके इस फिल्मकार ने हाल ही में अमिताभ बच्चन के साथ एक विज्ञापन का निर्देशन किया है। उन्होंने कहा, हमारा काफी अच्छा संबंध है। बिनानी सीमेंट के लिए विज्ञापन करते हुए बच्चन काफी भावुक हो गए।

उन्होंने कहा, यह अपने माता पिता से प्रेम करने के बारे में है। उन्होंने मुझे शूटिंग के दौरान अपने माता पिता की सभी पुरानी तस्वीरें दीं। मैं उनके साथ शूबाइट और गुजरात के विज्ञापनों पर काम कर चुका हूं। दो प्रोडक्शन हाउसेज के बीच विवाद के कारण शूबाइट अभी तक अटका पड़ा है।