मध्यप्रदेश में विकास को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह अभूतपूर्व विकास एक पड़ाव मात्र है, मंजिल नहीं.

67वें स्वतंत्रता दिवस पर मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में तिरंगा फहराने और पुलिस, विशेष सशस्त्र बल, एसटीएफ एवं एनसीसी की मिलीजुली परेड की सलामी लेने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, पिछले दस सालों में प्रदेश ने अभूतपूर्व गति से विकास का काफी लंबा सफर तय किया है, लेकिन यह पड़ाव मात्र है, मंजिल नहीं.

अभी हमें विकास की नई मंजिलें छूना है.

उन्होंने कहा कि प्रदेश विकास की उड़ान भरने को तैयार है और इस विकास में युवाओं की प्रतिभा, क्षमता एवं योग्यता का उपयोग करना होगा. उन्होंने युवाओं का आव्हान किया कि वे नौकरी मांगने वाले नहीं, देने वाले बनें, जिसके लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं.

मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि उनके प्रति अपराधों में वर्ष 2012 में कुल 802 और वर्ष 2013 में ही अब तक 544 प्रकरणों में आरोपियों को सजा दिलाई जा चुकी है.

नारी सम्मान की रक्षा के लिए उठाए गए कड़े कदमों के तहत अब पन्द्रह दिनों में चालान पेश किया जा रहा है.

चौहान ने इस अवसर पर वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक, विशिष्ट एवं सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक तथा राष्ट्रपति को होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा पदक भी प्रदान किए.

भोपाल उत्तर के कांग्रेस विधायक आरिफ अकील ने पिछले बीस सालों की परंपरा का निर्वाह करते हुए इस साल भी आजादी के दिन निकाली जाने वाली पैगाम-ए-मोहब्बत रैली का आयोजन किया.

प्रदेश के इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सागर, शहडोल, मुरैना आदि विभिन्न जिला मुख्यालयों में मंत्रिमण्डल के सदस्यों ने तिरंगा फहराकर परेड की सलामी ली और मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया. इसके अलावा प्रदेश के अन्य अनेक शहरों, कस्बों एवं गांवों में भी उल्लास के साथ जश्न-ए-आजादी मनाकर लोगों ने एक दूसरे को बधाई दी.

By parshv