दिल्ली विधानसभा चुनाव के रण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हुंकार भरेंगे।
समाजवादी पार्टी व जनता दल (यू) की प्रदेश इकाइयों ने इसकी योजना तैयार कर ली है। इनकी रैलियां नवंबर के दूसरे पखवाड़े में होनी हैं।
दोनों मुख्यमंत्रियों के चुनावी रडार पर उत्तर प्रदेश और बिहार से ताल्लुक रखने वाले मतदाता होंगे।
समाजवादी पार्टी सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतार रही है, लेकिन पार्टी का फोकस पूर्वी और बाहरी दिल्ली की करीब एक दर्जन सीटों पर है। यहां उम्मीदवार का नाम तय करने के साथ ही बूथ स्तर तक कमेटियों का गठन हो गया है।
प्रदेश के नेता इन इलाकों में नुक्कड़ सभाएं भी कर रहे हैं। पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष उषा यादव के मुताबिक, नवंबर के पहले हफ्ते से प्रचार अभियान तेज किया जाएगा।
नवंबर के आखिर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तीन रैलियां होनी हैं। इसके लिए जगह तय की जा रही है।
नीतीश तीन दिन तक करेंगे प्रचार
अधिकतम चार सीटों पर एक रैली कराने की योजना है। इसके लिए ऐसी विधानसभाओं पर जोर रहेगा, जहां पार्टी का प्रर्दशन बेहतर रहने की उम्मीद है।
वहीं, जनता दल (यू) की प्रदेश इकाई ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आधा दर्जन रैलियां कराने की योजना बनाई है। प्रदेश अध्यक्ष साबिर अली का कहना है कि चुनाव नजदीक आने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीन दिन तक दिल्ली में प्रचार करेंगे।
इस दौरान इकलौती बड़ी रैली कराने की जगह हर तीन विधानसभाओं पर एक रैली होगी। इनमें ऐसी सीटों को शामिल किया गया है, जहां पार्टी लड़ाई में है।