वेस्टइंडीज के 182 रन के जवाब में भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट के नुकसान पर 157 रन बना लिए हैं। सचिन 38 रन और पुजारा 34 रन बनाकर नाबाद क्रीज पर डटे हुए हैं।

दर्शकों को दूसरे दिन भी सचिन का जलवा देखने को मिलेगा। खेल को देखते हुए ऐसा लगता है कि वेस्टइंडीज यह मैच भी पारी से हारेगी, जिससे यह होगा कि यह सचिन की अंतिम पारी हो सकती है।

मुर‌ली विजय के आउट होने के बाद अपना 200वां टेस्ट खेल रहे सचिन क्रीज पर उतरे। उनके सम्मान में पूरा स्टेडियम खड़ा होकर उनका अभिवादन कर रहा था। सचिन ने तीसरे गेंद पर पहला रन लेकर अपना खाता खोला। इसके बाद 11वें गेंद पर अपना पहला चौका लगाया। यह सचिन के टेस्ट क्रिकेट का 2047 चौका था, जो एक रिकार्ड है।

वेस्टइंडीज की पहली पारी में बनाए 182 रन के जवाब में शिलिंगफोर्ड ने पारी के 13वें ओवर की दूसरी और चौथी गेंद पर पहले शिखर धवन और उसके बाद मुरली विजय को आउट कर क्रमशः पहला और दूसरा झटका दिया। धवन 33 रन बनाकर आउट हुए। धवन (22 रन) और विजय (33 रन) ने मिलकर 10 ओवर तक 52 रन बना लिए थे।

इससे पहले प्रज्ञान ओझा के पांच विकेट और अश्विन के तीन की बदौलत वेस्टइंडीज की पूरी टीम अपनी पहली पारी में 182 रन पर ऑल आउट हो गई। मेहमान टीम की ओर से पॉवेल ने सर्वाधिक 48 रन बनाए। इस पारी में वेस्टइंडीज की ओर से तीन बल्लेबाज बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।

वेस्टइंडीज का चौथा विकेट 140 के स्कोर पर गिरा था और उसके बाद पारी में 42 जोड़ कर बाकी छह बल्लेबाज आउट हो गए। पारी में पॉवेल और ब्रॉवो ने दूसरे विकेट के लिए सर्वाधिक 61 रन की साझेदारी की।

मैच का आकर्षण रहे शिवनारायण चंद्रपॉल, जो अपना 150वां मैच खेल रहे थे, को भुवनेश्वर कुमार ने 25 रन पर अश्विन के हाथों कैच आउट कराकर वेस्टइंडीज को पांचवां झटका दिया। 44वें ओवर की चौथी गेंद पर आउट होने से पहले चंद्रपॉल ने 34 गेंद खेलकर दौ चौके और एक छक्के के साथ 25 रन बनाए।

वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 41 ओवर तक चार विकेट खोकर 140 रन बना लिए थे। लंच के बाद पहले 30वें ओवर की पहली गेंद पर पॉवेल (48 रन) और उसके बाद सैमुअल्स (19 रन) को आउट कर प्रज्ञान ओझा ने वेस्टइंडीज को क्रमशः तीसरा और चौथा झटका दिया।

प्रज्ञान ओझा ने पॉवेल को 48 रन के निजी स्कोर पर धवन के हा‌थों कैच आउट कराकर मेहमान टीम को तीसरा झटका दिया।

पॉवेल के आउट होने के बाद चंद्रपॉल क्रीज पर सैमुअल्स का साथ देने आए थे। चंद्रपॉल ने अपने 150वें मैच की दूसरी ही गेंद में ओझा को छक्का जड़ कर अपनी पारी की शानदार शुरुआत की। इस छक्के के साथ ही मेहमान टीम के 100 रन पूरे हो गए।

अश्विन ने अपने पारी के 25वें ओवर की चौथी गेंद पर ब्रॉवो को 29 रन पर धोनी के हॉथों कैच आउट कराकर वेस्टइंडीज को दूसरा झटका दिया। ब्रॉवो ने अपनी पारी में 63 गेंद खेलकर पांच चौके और एक छक्के की मदद से 29 रन बनाए। ब्रॉवो ने पॉवेल के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी बनाई। 

वेस्टइंडीज ने 20 ओवर तक एक विकेट के नुकसान पर 64 रन बना लिए थे। वेस्टइंडीज पारी के छठे ओवर की अंतिम गेंद पर शमी ने गेल के रूप में वेस्टइंडीज को पहला झटका दिया। गेल 11 रन के निजी स्कोर पर गली में खड़े रोहित शर्मा को कैच दे बैठे।

इससे पहले सचिन के 200वें और अंतिम टेस्ट में भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इस मैच में भारत की ओर से कोई बदलाव नहीं किया गया है जबकि वेस्टइंडीज ने नरसिंह देवनारायण और शैनन गैब्रियल को टीम में शेलडन कोटरेल और वीरासैमी पेरमल के जगह शामिल किया है।

यह मैच कई मायनों में खास है। सचिन का यह आखिरी और 200वां टेस्ट मैच है। इसके साथ वेस्टइंडीज के शिवनारायण चंद्रपॉल का यह 150वां टेस्ट मैच भी है। क्रिस गेल का यह 99वां टेस्ट मैच है।

सचिन के इस अंतिम टेस्ट को देखने के ‌लिए बॉलीवुड से आमिर खान अपनी फिल्म लगान के निर्देशक आशुतोष गोवारिकर के साथ आए थे। हालांकि दोपहर तक स्टेडियम पूरी तरीके से नहीं भरा था। भारतीय पारी शुरू होने के साथ मैदान पूरा भर गया।

भारत ने टेस्ट मैच खेलना 1932 से शुरू कर दिया था और मुंबई टेस्ट टीम इंडिया के लिए 474वां टेस्ट है। 81 साल के टेस्ट इतिहास में भारत की ओर से ‌सचिन का यह 200वां टेस्ट है, जिसमे सचिन की उपस्थिति का प्रतिशत 42 फीसदी होता है।


 

By parshv