इस्लामाबाद। जनरल राहिल शरीफ ने शुक्रवार को औपचारिक तौर पर पाकिस्तान सेना की कमान संभाल ली। रावलपिंडी में हुए एक समारोह में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल अशफाक परवेज कयानी ने उन्हें कमांड स्टिक सौंप कर इसकी औपचारिकता पूरी की। इस समारोह में सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल कयानी को गार्ड ऑफ ऑनर पेश दिया गया। वह छह वर्षो तक इस पद पर रहे।
57 वर्षीय जनरल शरीफ के बड़े भाई की मौत भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए युद्ध के दौरान हो गई थी। उन्हें पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कई माह के जद्दोजहद के बाद सेनाध्यक्ष के तौर पर चुना। सेनाध्यक्ष के तौर पर शरीफ की नियुक्ति उस वक्त हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव जारी है। वहीं दूसरी और तालिबान ने पाकिस्तान में आतंक को बढ़ाने की बात की हुई है।
दूसरी ओर जनरल शरीफ के सेनाध्यक्ष चुने जाने के फैसले से नाराज लेफ्टिनेंट जनरल हारुन असलम ने पद से इस्तीफा दे दिया। असलम अश्फाक परवेज कयानी के बाद सबसे वरिष्ठ सैन्य अफसर थे। लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर पाक प्रधानमंत्री ने जनरल शरीफ को सेनाध्यक्ष बना दिया। इससे नाराज होकर असलम ने पद से इस्तीफा दे दिया। वह उस फेयरवेल पार्टी में भी शामिल नहीं हुए, जो कि प्रधानमंत्री ने कयानी के रिटायरमेंट की खुशी में दी थी।