बाजार में गिरावट और बढ़ गई है। सेंसेक्स 100 अंकों तक लुढ़क गया है, जबकि निफ्टी में 30 अंकों तक कमजोरी देखी जा रही है। बैंक, आईटी और रियल्टी शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव बढ़ा है। हालांकि फार्मा, एफएमसीजी और ऑटो शेयरों में खरीदारी का रुझान है। वहीं दिग्गज और मिडकैप शेयरों की कमजोरी के बीच स्मॉलकैप शेयरों में अच्छी खरीदारी दिख रही है। यूरोपीय बाजारों से भी भारतीय बाजारों के लिए अच्छे संकेत निकलकर आ रहे हैं।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 92 अंक यानि 0.4 फीसदी की गिरावट के साथ 20,759 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 28 अंक यानि 0.5 फीसदी की कमजोरी के साथ 6,183 पर आ गया है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान टाटा पावर, इंफोसिस, जयप्रकाश एसोसिएट्स, आईसीआईसीआई बैंक, पीएनबी, एसबीआई और हीरो मोटो जैसे दिग्गज शेयर 2.3-1.3 फीसदी तक कमजोर हुए हैं। हालांकि ओएनजीसी, सन फार्मा, टाटा मोटर्स, रैनबैक्सी, जिंदल स्टील, आईटीसी और विप्रो जैसे दिग्गज शेयरों में 2.6-0.5 फीसदी की मजबूती दिखी है।
मिडकैप शेयरों में इंडियन इंफोटेक, शोभा डेवलपर्स, रेडिंग्टन, बजाज इलेक्ट्रिक और गॉडफ्रे फिलिप्स सबसे ज्यादा 3.9-3.2 फीसदी तक टूटे हैं। वहीं स्मॉलकैप शेयरों में एजीसी नेटवर्क्स, फाइनेंशियल टेक, ईपीसी इरिगेशन, मास्टेक और केआरबीएल सबसे ज्यादा 14-9 फीसदी तक उछले हैं।
यूरोपीय बाजारों की बात करें तो ब्रिटेन का एफटीएसई 100 इंडेक्स 0.25 फीसदी तक मजबूत हुआ है। फ्रांस का सीएसी 40 इंडेक्स और जर्मनी के डीएएक्स इंडेक्स में भी 0.25 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है।