लंदन। 2002 गुजरात दंगों के बाद नरेंद्र मोदी के कूटनीतिक बहिष्कार के समय ब्रिटेन की सत्ताधारी लेबर पार्टी ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर उनके साथ काम करने की इच्छा जताई है। ब्रिटेन में लेबर पार्टी फिलहाल विपक्ष में है। लेबर पार्टी के हैरिएट हरमन ने बताया कि भारत से शांति व समृद्धि के लिए मिले लोकतांत्रिक जनादेश को पूरा करने की भारी अपेक्षा होगी।
लेबर पार्टी के सांसद जॉन स्पेलर ने कहा कि भारत ने अपने नेता को चुन लिया है और अगर एक्जिट पोल सही साबित होते हैं तो दुनिया मोदी के साथ मिलकर विश्व में स्थायित्व व भारत में लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए काम करने के लिए तैयार है।
कभी मोदी का कूटनीतिक बहिष्कार करने वाली लेबर पार्टी ने हाल फिलहाल अपनी नीति में परिवर्तन किया है। वह मोदी के साथ रिश्ते सुधारने की दिशा में काम कर रही है।
गौरतलब है कि लेबर फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष व सांसद बैरी गार्डिनर ने पिछले साल अगस्त में मोदी को पत्र लिखकर हाउस ऑफ कॉमंस में ‘द फ्यूचर ऑफ मॉडर्न इंडिया’ विषय पर भाषण देने का न्यौता दिया था। हालांकि मोदी ने विनम्रता के साथ इस न्यौते को अस्वीकार कर दिया था।