विटामिन डी की कमी यानी समय पूर्व मौत को बुलावा

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वाशिंगटन। सूरज की रोशनी मनुष्य की उम्र को बढ़ाने में मदद करती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, रक्त में विटामिन डी के स्तर में कमी वाले लोग अन्य लोगों की तुलना में समय से पूर्व मौत का ग्रास बन जाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के केडिक गार्लेड ने बताया कि अमेरिका स्थित नेशनल अकेडमी ऑफ साइंस के स्वास्थ्य विभाग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रक्त में विटामिन डी की कम मात्रा खतरनाक हो सकती है।

यह रिपोर्ट रक्त में विटामिन डी की कमी और हड्डियों के रोग के बीच के संबंध पर आधारित थी। हालिया शोध में इन नतीजों की पुष्टि करते हुए रक्त में विटामिन डी की कमी को ज्यादा खतरनाक बताया है। शोध में 14 देशों के 5,66,583 प्रतिभागियों के स्वास्थ्य आंकड़ों को शामिल किया गया था। यह शोध अमेरिकन जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित हुआ है।

रेड मीट के यादा सेवन से स्वास्थ्य पर कुप्रभाव

लंदन में हुए हालिया शोध के मुताबिक, व्यस्क जीवन की शुरुआत में बहुत ज्यादा लाल मांस या रेड मीट खाने से महिलाओं में स्तन कैंसर और पुरुषों में दिल की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। बॉस्टन स्थित हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं के मुताबिक, भोजन में लाल मांस की जगह फली, मटर, दाल, अंडे, मेवा और मछली शामिल करने से महिलाओं में स्तन कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।

स्वीडन स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरमेंटल मेडिसिन की प्रोफेसर एलिस्का वोस्क ने बताया कि प्रोसेस्ड रेड मीट में सोडियम नाइट्रेट, फास्फेट होता है। जबकि भुने हुए लाल मांस में भी पॉलीसाइक्लिक अरोमैटिक हाइड्रोकार्बन होता है। इनसे दिल की अनेक बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

इससे पहले हुए अनेक शोधों के नतीजे बताते हैं कि डिब्बा बंद लाल मांस खाने से आंत का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। यह शोध 24 से 43 वर्ष आयुवर्ग की 89 हजार महिलाओं पर किया गया जिससे लाल मांस व स्तन कैंसर के बीच संबंध का पता चला। यह शोध ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है।